Noida Accident: तेज रफ्तार पिकअप की टक्कर से दो पत्रकारों की मौत, जानिए क्या बनी मौत की वजह?

Noida Accident: पुलिस के मुताबिक, बाइक सवार दोनों युवकों ने हेलमेट पहना था, लेकिन टक्कर के बाद हेलमेट निकल गया था। दोनों के सिर में लगी गंभीर चोट मौत की वजह बनी है। जांच में सामने आया है कि टक्कर मारने वाले वाहन का एक्सीलेटर का तार टूटा मिला है।

Noida Accident: तेज रफ्तार पिकअप की टक्कर से दो पत्रकारों की मौत, दूर तक घसीटा, जानिए क्या बनी मौत की वजह?
फाइल फोटो
नोएडा: एलिवेटेड रोड (noida elevated road accident)पर अधिकारियों की लापरवाही और बेलगाम रफ्तार एक बार फिर जानलेवा साबित हुई है। नाइट शिफ्ट कर रविवार सुबह घर लौट रहे बाइक सवार दो पत्रकारों को ओवरटेक के दौरान पिकअप (माल ढोने वाला वाहन) ने जोरदार टक्कर मार दी। इसके बाद करीब 60 मीटर तक घसीट दिया। हादसे में बाइक सवार दोनों युवक गंभीर रूप से घायल हो गए। दोनों को अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। पुलिस ने पिकअप को जब्त कर लिया है। वहीं, फरार चालक की तलाश जारी है।

सेक्टर-16ए स्थित एक मीडिया हाउस में जॉब करने वाले गाजियाबाद निवासी गौरव (38) और मनोज कुमार (45) नाइट शिफ्ट के बाद रविवार सुबह करीब पौने आठ बजे बाइक से घर जा रहे थे। एलिवेटेड रोड पर इस्कॉन मंदिर से करीब 50 मीट आगे पहुंचे ही थे कि ओवरटेक कर रहे पिकअप ने बाइक को चपेट में ले लिया। टक्कर इतनी तेज थी कि बाइक अनियंत्रित होकर पिकअप में फंस गई। टक्कर के बाद भागने के चक्कर में पिकअप वाहन के चालक ने बाइक समेत युवकों को करीब 60 मीटर तक घसीट दिया। पुलिस के मुताबिक, बाइक सवार दोनों युवकों ने हेलमेट पहना था, लेकिन टक्कर के बाद हेलमेट निकल गया था। दोनों के सिर में लगी गंभीर चोट मौत की वजह बनी है। जांच में सामने आया है कि टक्कर मारने वाले वाहन का एक्सीलेटर का तार टूटा मिला है।

बेटी के लिए रिश्ता तलाश रहे थे मनोज

मनोज के साथ काम करने वाले उनके एक साथी ने बताया कि मनोज अपनी बेटी की शादी करना चाहते थे। शनिवार को ही वह उसके लिए लड़का देखने जाने वाले थे। उस दिन उनकी नाइट डयूटी लग गई। इस वजह से वह नहीं जा सके। दो दिन बाद का समय लिया था, लेकिन रविवार सुबह हुए हादसे में मनोज की मौत हो गई।

कैमरे हटाने के बाद दोबारा नहीं लगे

एलिवेटेड रोड की लंबाई करीब 4.8 किमी है। इस रोड पर सिर्फ इस्कॉन मंदिर के पास एक जगह कैमरे लगे हुए थे। तेज रफ्तार से गुजरते वाहनों के चालान भी इसी कैमरे से होते थे। करीब 15 दिन पहले एलिवेटेड रोड पर लाइटिंग और पोल बदलने के काम के चलते यहां लगा कैमरा हटा दिया गया। लाइटिंग पोल बदलने का काम पूरा हो चुका है लेकिन यहां पर कैमरे को दोबारा नहीं लगाए गए है। पिछले 15 दिनों में एलिवेटेड रोड पर कैमरे नहीं होने के चलते ओवरस्पीड को लेकर एक भी चालान नहीं हुआ है। किसी तरह की निगरानी भी नहीं हो रही है।

दोगुने रफ्तार में दौड़ाते हैं वाहन

एलिवेटेड रोड पर भारी वाहनों के लिए 40 और हल्के वाहनों के लिए 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार निर्धारित है। यहां कोई निगरानी नहीं होने से वाहन चालक बेखौफ होकर दोगुने दफ्तार में वाहन दौड़ाते हैं। एलिवेटेड रोड पर एंट्री और एग्जिट पॉइंट पर कैमरे नहीं होने के चलते हादसे के बाद वाहन चालाक आसानी से फरार हो जाते हैं। यहां हुए हादसों के बाद वाहनों की तलाश में पुलिस एलिवेटेड रोड पर उतरने के बाद सेक्टर 71 या 18 की रोड पर लगे कैमरों की खंगालती है।

अनिल यादव, डीसीपी ट्रैफिक

एंट्री और एग्जिट पॉइंट पर लगे कैमरे को फिर से लगाने के लिए अथॉरिटी को कहा गया है। नए कैमरे स्पीड कंट्रोलिंग के साथ सर्विलांस का काम भी करेंगे।