जिला में एनएचएआई (NHAI) के साथ जुड़ी एजेंसियों की मनमानी का खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है। अवैज्ञानिक तरीके से पहाड़ों का सीना छलनी करना और ब्यास नदी में बड़े पैमाने पर अवैध डंपिंग करना आज मंडी जिला में आई त्रासदी का बड़ा कारण है। यह आरोप बुधवार को मंडी में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान धर्मपुर के विधायक चंद्रशेखर ने लगाए हैं।
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में बड़े पैमाने पर फोरलेन का निर्माण किया जा रहा है। इस फोरलेन निर्माण के दौरान बरती जा रही कोताही का खामियाजा आज लोगों के उजड़ने का कारण बन रहा है। जिस तरह से ब्यास नदी में आज सिल्ट बहकर लोगों के घरों में पहुंची है, उसे जाहिर होता है कि ब्यास नदी में अवैध डंपिंग की जा रही है।
चंद्रशेखर ने कहा कि जिला में अवाहदेवी से तलयाड़ तक बनने वाले पैच में संबधित ठेकेदारों अवैज्ञानिक तरीके से कटिंग की जा रही है। जिसका खामियाजा यहां की जनता को भुगतना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि धर्मपुर क्षेत्र में यदि बरसात के सीजन में ठेकेदारों द्वारा यदि खुदाई की जाती है तो वह जनता के साथ फोरलेन निर्माण कंपनी के खिलाफ सड़कों पर उतरेंगे।
चंद्रशेखर ने आरोप लगाते हुए कहा कि जनसुनवाई के बिना हर जगह कटिंग की जा रही है। जिस कारण प्रशासन का भी टकराव इन एजेंसियों के साथ हो रहा है। चंद्रशेखर ने कहा कि बरसात के सीजन में पहाड़ों की कटिंग होने से जिस तरह से हर जगह लैंडस्लाइड की घटनाएं सामने आ रही हैं उससे प्रशासन को भी लगातार दिक्कतें पेश आ रही है।
वहीं चंद्रशेखर ने कहा कि पिछले दिनों आफत बनकर बरसी बारिश में जिला में सैकड़ों लोग बेघर हो गए हैं। प्रभावित परिवारों के पुनर्वास के लिए प्रदेश सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। मंडी जिला में आपदा से प्रभावित लोगों को सिलेंडर और आवश्यक सामग्री की किट बांटी जाएगी, ताकि प्रभावित लोग अपना खाना खुद बना सके। वहीं आने वाले समय में इस आपदा में प्रभावित हुए स्कूली बच्चों को पाठ्यक्रम के लिए सामग्री भी बांटी जाएगी, ताकि बच्चों की पढ़ाई किसी भी तरह से प्रभावित ना हो।