एक महीना बीत जाने के बाद भी चंडीगढ़ मनाली नेशनल हाईवे पर मंडी से आगे 6 मील के पास हुए लैंडस्लाइड के मलबे को अभी तक हटाया नहीं गया है। जिससे यहां से वाहन चालकों को हर वक्त खतरे के साये में गुजरना पड़ रहा है।
बीती शाम को यहां पर तीन वाहनों पर पहाड़ी से पत्थर आ गिरे थे। एनएचएआई व फोरलेन निर्माण कार्य में लगी कंपनी के द्वारा अभी एकतरफा ट्रैफिक के लिए ही हाईवे को खोला गया है। यहां पर भी दिन में एक से दो बार लैंडस्लाइड हो रहा है जिस कारण वाहन चालक परेशान हो रहे हैं। मंगलवार को पुलिस प्रशासन व एनएचएआई के अधिकारियों ने 6 मील का दौरा कर इस मलबे को हटाने के लिए आगामी दो या तीन दिनों तक नेशनल हाईवे को कुछ घंटों के लिए बंद रखने का निर्णय लिया।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सागर चंद्र ने बताया कि वाहन चालकों के लिए बेहद खतरनाक स्पॉट बन चुके 6 मील से मलबा हटाने के लिए अब बुधवार को 4 घंटे ट्रैफिक पूरी तरह से बंद रहेगा। उन्होंने कहा कि यदि आवश्यकता पड़ती है तो 4 घंटे से ज्यादा भी ट्रैफिक बंद रखा जाएगा। इसके लिए उन्होंने वाहन चालकों से सहयोग की अपील की है।
हाईवे पर ट्रैफिक बंद होने के चलते उन्होंने वाहन चालकों से वैकल्पिक मार्ग गोहर चैलचौक व कटौला बजौरा से सफर करने की हिदायत दी है। फोरलेन निर्माण कार्य में लगी केएमसी कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर राजशेखर ने बताया कि दो-तीन दिन तक सुबह 11 से दोपहर के 3 बजे तक नेशनल हाईवे को बंद रखा जाएगा। इस दौरान नेशनल हाईवे पर गिरे मलबे के साथ हवा में लटकी हुई चट्टानों को यहां से हटाया जाएगा ताकि बार बार खतरा न बने।
बता दें कि बीती 8 जुलाई को हुई भारी बारिश के चलते 6 मील के पास चंडीगढ़ मनाली नेशनल हाईवे पर पूरा पहाड़ ही गिर गया था। जिस कारण यह नेशनल हाईवे पूरे 7 दिन तक बंद रहा था। इस नेशनल हाईवे पर अभी भी कई चट्टानें हवा में लटकी हुई हैं जो यहां से गुजरने वाले वाहन चालकों के लिए खतरा बनी हुई है। वहीं मशीन ऑपरेटर अपनी जान जोखिम में डालकर नेशनल हाईवे पर खड़ी इन चट्टानों को हटा रहे हैं। बीते शाम को भी एक पिकअप, एचआरटीसी बस व टिप्पर पर पहाड़ी से पत्थर गिर गए थे।