हिमाचल प्रदेश में शिक्षा को नई दिशा देने के उद्देश्य से ‘पहली शिक्षक माँ’ अभियान के तहत एक विशेष कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में 128 महिलाओं ने भाग लिया। ब्लॉक एलिमेंट्री एजुकेशन ऑफिसर ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि यह दो दिवसीय कार्यक्रम माताओं को उनके बच्चों की प्राथमिक शिक्षक के रूप में प्रशिक्षित करने के लिए आयोजित किया गया था।कार्यशाला के दौरान माताओं को बच्चों को खेल-खेल में शिक्षा देने के विभिन्न तरीकों से अवगत कराया गया। उन्हें यह सिखाया गया कि वे बच्चों के साथ संवाद कैसे करें और खेलों के माध्यम से उनकी रुचि शिक्षा की ओर कैसे बढ़ाएँ। कार्यशाला में विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से माताओं को बच्चों की सीखने की क्षमता को विकसित करने के आधुनिक एवं रोचक तरीके बताए गए। ब्लॉक एलिमेंट्री एजुकेशन ऑफिसर हरिराम चंदेल ने बताया कि इस अभियान का मुख्य उद्देश्य माताओं को बच्चों की पहली शिक्षिका के रूप में तैयार करना है। इससे माताएँ घर में बच्चों के लिए एक शिक्षाप्रद और प्रेरक वातावरण बना सकेंगी। यह पहल प्रदेशभर में लागू की जा रही है ताकि अधिक से अधिक माताओं को इस कार्यक्रम से जोड़ा जा सके और वे अपने बच्चों को प्रारंभिक शिक्षा प्रदान करने में सक्षम बन सकें।बाइट ब्लॉक एलिमेंट्री एजुकेशन ऑफिसर हरिराम चंदेल
वहीँ प्रशिक्षण लेने आई महिलाओं शोभा ठाकुर पूनम , दया देवी , ने बताया कि उन्हें महत्वपूर्ण जानकारी दी गई है। जिसमें उन्हें ज्ञान हुआ कि बच्चों का बौद्धिक , शारीरिक , और मानसिक विकास कैसे करना है और उनमें पढ़ाई के प्रति कैसे रूचि पैदा करनी है। इस बारे में विस्तृत जानकारी दी गई बाइट शोभा ठाकुर पूनम , दया देवी ,
शिक्षा की नई पहल: सोलन में ‘पहली शिक्षक माँ’ अभियान के तहत कार्यशाला आयोजितसोलन
