अयोध्या में श्रीरामजन्मभूमि पर रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का उल्लास नेपाल में छाया है। नेपाल के लोगों के लिए यह अवसर दीपावली से कम नहीं है। सिद्धार्थनगर व महराजगंज जिले से सटे नेपाल के सीमाई कस्बे कृष्णानगर, मरजादपुर, चाकरचौड़ा, उड़वलिया, बहादुरगंज, महराजगंज, लुंबिनी, भैरहवा, नवलपरासी सहित अन्य सीमाई कस्बों में बस प्रभु श्रीराम की धूम है।

घरों को श्रीराम के झंडे, स्टीकर से सजाया गया है। गलियों में भगवा पताके लगाए गए हैं। सीमाई कस्बों में प्राण प्रतिष्ठा के दिन अर्थात 22 जनवरी को एलईडी स्क्रीन लगाकर प्राण प्रतिष्ठा का सजीव प्रसारण दिखाने की तैयारी की गई है। मंदिरों पर कीर्तन, सुंदरकांड व मानसपाठ का आयोजन किया जाएगा।

आयोजन को खास बनाने में जुटे

वहां के लोग पूरे मनोयोग से इस आयोजन को खास बनाने में जुटे हैं। ताकि जब भी बात श्रीराम के प्राण प्रतिष्ठा की हो, नेपाल का नाम भी विश्व में प्रमुखता से लिया जाए। नेपाल का जनकपुर नगर प्रभु श्रीराम की ससुराल है। नेपाल के लोग अयोध्या को अपनी माटी की बेटी, सीता का घर मानते हैं। इसलिए वहां के लोग इस आयोजन को विशेष रूप से मना रहे हैं।

40 गांवों में शोभायात्राएं निकाली जा चुकी हैं

कृष्णानगर नगरपालिका के मेयर रजत प्रताप शाह का कहना है कि प्राण प्रतिष्ठा को लेकर नगर के 40 गांवों में शोभायात्राएं निकाली जा चुकी हैं। कृष्णानगर कस्बे में चार तोरणद्वार बनाए गए हैं। शिवराज नगरपालिका चंद्रौटा के अजय थापा कहते हैं कि इस समय माहौल तो नेपाल का ही देखने लायक है।

नेपाल में घर-घर खुशियों के दीप जलाए जाएंगे

विजय थापा ने कहा कि प्राण-प्रतिष्ठा को लेकर नेपाल में घर-घर खुशियों के दीप जलाए जाएंगे। कपिलवस्तु, दांग, वर्दिया सहित पूरे मधेश के सभी मंदिरों पर प्राण-प्रतिष्ठा को लेकर व्यापक तैयारी चल रही है। हिंदू परिषद नेपाल के केंद्रीय प्रवक्ता ओंकार हिंदू ने बताया कि सिर्फ लुंबिनी से 200 से अधिक लोग पैदल अयोध्या प्राण प्रतिष्ठा देखने के लिए गए हैं।