नाहन : आपदा में पुलिस जवानों ने किया बेहतरीन कार्य, जान-माल बचाने को दिन-रात किया एक : DGP

: हिमाचल प्रदेश में आपदा के दौरान पुलिस जवानों ने बेहतरीन कार्य किया है। आपदा में हर समय फोर्स के जवान दिन रात लोगों को बचाने के लिए डटे रहे, वह सराहनीय है। ये बात, पुलिस जवानों की पीठ थपथपाने व हौसला अफजाई करने पहुंचे डीजीपी संजय कुंडू ने नाहन पुलिस अधीक्षक कार्यालय में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कही।

पत्रकारों से बात करते डीजीपी संजय कुंडू। 

रविवार को डीजीपी सिरमौर में आपदा प्रभावित क्षेत्रों में पुलिस के कार्यों की समीक्षा के मकसद से पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि डेढ़ महीने में पुलिस ने प्रदेश भर में लोगों की जान माल बचाने के लिए बेहतर कार्य किया है। इस कड़ी में सिरमौर पुलिस ने आपदा में लोगों को बचाने के लिए जो प्रयास किया, वह काबिले तारीफ है।

उन्होंने कहा कि सिरमौर संवेदनशील जिला है, इसकी सीमाएं उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड तथा हरियाणा से लगती हैं। वह एक साल के बाद जिला सिरमौर के दौरे पर आए हैं। उन्होंने कहा कि कुल्लू मनाली में पुलिस ने डेढ़ माह की आपदा में हजारों लोगों को बचाया। इस दौरान फील्ड में हिमाचल पुलिस के जवान, लोक निर्माण विभाग के जेसीबी मशीन ऑपरेटर ही मौके पर मिलते थे। आपदा में हर समय फोर्स के जवान दिन रात लोगों को बचाने के लिए डटे रहे।

डीजीपी ने बताया कि कुल्लू मनाली में 70 हजार लोगों के साथ 12 हजार गाड़ियों तथा 31 देशों के दो हजार से अधिक विदेशी पर्यटकों को हिमाचल पुलिस ने बचाया। इस दौरान एनडीआरएफ और एसडीआरएफ ने भी बेहतर कार्य किया है। हिमाचल पुलिस के बेहतर कार्य करने के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल सहित कई देशों के राजदूतों ने  प्रदेश सरकार व हिमाचल पुलिस का आभार जताया है।

संजय कुंडू ने कहा कि आपदा का दौर बड़ा बड़ा कठिन था। जिला सिरमौर में भी आपदा आई। इस दौरान सिरमौर पुलिस ने लॉ एंड ऑर्डर को बनाए रखने तथा लोगों की सहायता में हर संभव प्रयास किया। संजय कुंडू ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में दूसरे राज्यों की अपेक्षा लॉ एंड ऑर्डर बेहतर है। महिलाओं तथा बच्चों के खिलाफ अपराध में हिमाचल पुलिस बहुत अच्छा कार्य कर रही है।

डीजीपी ने कहा कि पिछले सालों में प्रदेश से गुम हुए 4 हजार से अधिक महिला तथा बच्चों को पुलिस ने तलाश कर द्वारा परिजनों को सौंपा गया है। वाहन दुर्घटना में हिमाचल प्रदेश में 8 प्रतिशत की कमी आई है।  यूएनओ ने 2030 तक वाहन दुर्घटनाओं में 50 प्रतिशत वाहन दुर्घटनाओं की कमी का लक्ष्य निर्धारित किया है है। उससे पहले ही हिमाचल पुलिस इस लक्ष्य को पूरा कर लेगा।

डीजीपी ने कहा कि जिला सिरमौर की सीमाएं दूसरे राज्यों से लगते हैं। यहां पर बाहरी राज्यों से ड्रग्स पहुंचने की काफी संभावना रहती हैं, जिस पर सिरमौर पुलिस बेहतरीन काम कर रही है। उन्होंने कहा कि अवैध खनन, वन माफिया तथा शराब माफिया पर पुलिस ने करवाई करते हुए प्रदेश सरकार 4 करोड़ से अधिक रुपए जुर्माना प्राप्त कर प्रदेश के खजाने में जमा कर दिया है। उन्होंने कहा कि आपदा के दौर में लोग हिमाचल प्रदेश पुलिस के सोशल मीडिया पेज पर सड़क तथा अन्य जानकारियां ले सकते हैं। आपदा के समय में लोगों को केवल जरूरी काम से ही बाहर निकलना चाहिए।

संजय कुंडू ने माना की बॉर्डर एरिया में काफी चुनौतियां रहती हैं, जिसके लिए प्रदेश पुलिस दिन-रात तैनात है। इस मौके पर पुलिस अधीक्षक रमन कुमार मीणा, डीएसपी पांवटा साहिब मानवेंद्र ठाकुर, डीएसपी संगडाह मुकेश कुमार, डीएसपी राजगढ़ अरुण कुमार मोदी सहित अन्य पुलिस अधिकारी व कर्मचारी भी उपस्थित रहे।