नादौन के औद्योगिक क्षेत्र के निकट कोहला गांव में दो विभिन्न स्थानों पर ब्यास नदी तथा मान खड्ड में आई बाढ़ के कारण फंसे करीब 25 लोगों का सफल रेस्क्यू किया गया है। एसडीएम अपराजिता चंदेल की अगुवाई में गृहरक्षक जवानों द्वारा चलाए गए इस अभियान में दो छोटे बच्चों, जल शक्ति विभाग के 2 कर्मचारी, एक विद्युत विभाग का कर्मचारी, 1 विकलांग, 2 महिलाओं व दो वृद्धों सहित यहां से 19 लोगों का जवानों ने रेस्क्यू किया।
इस बीच उपायुक्त हमीरपुर हेमराज बैरवा ने भी नादौन के प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लिया है। वहीं डीएसपी रोहित डोगरा भी मौका पर उपस्थित रहे। मिली जानकारी के अनुसार यहां व्यास नदी में आई भयंकर बाढ़ के कारण दूसरी तरफ से आ रही मान खड्ड का पानी रुक गया और यह पानी औद्योगिक क्षेत्र के संपर्क मार्ग पर बहने लगा, जिसका बहाव बहुत तेज था। व्यास नदी और खड्ड के पानी के बीचो बीच कुछ लोग अपने घरों में फंस गए। इसके निकट ही पेयजल योजना पर भी तीन कर्मचारी फंस गए। इसी तरह यहां निर्माणाधीन हेलीपैड के निकट भी 6 लोग फंस गए।
सूचना मिलते ही एसडीएम अपराजिता चंदेल ने फायर ब्रिगेड को भी यहां बुला लिया। जवानों ने तेज बहाव के बीचों बीच आर पार रस्सियां डालकर काफी मशक्कत के बाद लोगों को बाहर निकाला गया। यहां एक स्थल से 19 तथा दूसरे स्थल से 6 लोगों को बचाया गया। इस अभियान में विशेष बात यह रही कि सरकारी स्कूल में कार्यरत दो शारीरिक शिक्षा अध्यापकों देवेंद्र कुमार व अजय कुमार ने भी रेस्क्यू टीम के साथ कंधे से कंधा मिलाकर अपनी जान की परवाह किए बगैर लोगों को निकालने में अपना अहम योगदान दिया।
पुलिस एसआई प्रमोद सिंह, गृह रक्षक कंपनी कमांडर प्रीतम सिंह, बीओ विपिन धीमान, रमेश चंद, अंकुश परमार, डिंपल, राजेंद्र जिंदू, रंजीत सिंह व जगदीश की टीम ने लोगों को निकालने में अहम भूमिका निभाई। वहीं दूसरी ओर विकासखंड नादौन के हथोल गांव में स्थित वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल का मुख्य रास्ता खड्ड के तेज बहाव में बह जाने से यहां आवाजाही ठप हो गई है। स्कूल के निकट ही खड्ड किनारे स्थित पेयजल योजना भी पूरी तरह बह गई है। इस बाढ़ के कारण ब्यास नदी किनारे स्थित कई पेयजल योजना और सिंचाई योजनाओं को भारी क्षति पहुंची है।
इस संबंध में उपायुक्त हमीरपुर हेमराज बैरवा ने लोगों को सख्त हिदायत दी है कि वे नदी नालों के पास में न जाएं और अनावश्यक यात्रा से भी बचें। उन्होंने कहा कि प्रशासन की टीम हलाल पर नजर बनाए हुए हैं और जहां आवश्यकता है वहां पर प्रशासन के लोग कार्य में जुटे हैं।