22 से 24 मार्च, तक शिमला में होगा ‘मीमांसा बाल साहित्य उत्सव का होगा आयोजन, 25 वर्ष से कम आयु के छात्र छात्राएं ले सकते हैं उत्सव में हिस्सा।

 

भाषा एवं संस्कृति विभाग प्रदेश की संस्कृति व साहित्य के संरक्षण व संवर्धन के लिए समय-समय पर अनेकों साहित्यिक व सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करवाता है। इसी कड़ी में विभाग द्वारा ‘कीकली चैरिटेबल ट्रस्ट’ शिमला के संयुक्त तत्त्वावधान में 22 से 24 मार्च, 2024 तक ‘मीमांसा द्वितीय बाल साहित्य उत्सव का आयोजन करवाया जा रहा है। यह ‘मीमांसा’ उत्सव की कड़ी में दूसरा साहित्य उत्सव है, जो पिछले साल मार्च 2023 में भी आयोजित करवाया गया था। उसकी सफलता और बच्चों की भागीदारी को देखते हुए विभाग ने इस साल भी यह उत्सव करवाने का फैसला किया है।

भाषा एवम संस्कृति विभाग के निदेशक पंकज ललित ने बताया कि बाल जगत की विख्यात लेखिका रूपा पाई इस उत्सव की मुख्य अतिथि रहेंगी जो इस महोत्सव का उद्घाटन भी करेंगी और कार्टूनिस्ट उदय शंकर विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे। तीन दिवसीय बाल साहित्य उत्सव में पुस्तक समीक्षा, शब्दावली कौशल, नारा लेखन, पोस्टर मेकिंग इत्यादि प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा। इस आयोजन में स्कूलों,
महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों के 25 वर्ष से कम आयु वाले छात्र-छात्राएँ भाग ले सकते हैं। इस साहित्यिक उत्सव का मकसद बच्चों को खुला मंच प्रदान करना है, उन्हें बोलते हुए सुनना, संवादात्मक सत्रों में शामिल होना और साथ ही उन्हें पढ़ने को बढ़ावा देना है। मीमांसा’ बच्चों के लेखन को स्वर देने का एक प्रयास है, चाहे वह किताबों के रूप में हो या कविता के रूप में सभी उनके द्वारा लिखे गए हों। उन्होंने कहा कि इसके लिए ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनो माध्यमों से रिजिस्टर किया जा रहा हैं।