Meghna Singh WPL Auction 2024: गार्ड पिता, आशा कार्यकर्ता मां की क्रिकेटर बेटी, छोटे गांव से निकलकर अब WPL में करेगी कमाल

मेहनत ही वो जरिया है जिसके दम पर इंसान अपनी किस्मत बदल सकता है. बिजनौर के एक छोटे से गांव की रहने वाली मेघना सिंह भी मेहनत के दम पर अपने और अपने परिवार की किस्मत बदल रही हैं. विमेंस प्रीमियर लीग 2024 के ऑक्शन में गुजरात जायंट्स की टीम ने उन्हें 30 लाख रुपए में ख़रीदा है.

छोटे से गांव से निकलकर WPL ऑक्शन में छाई

शनिवार को महिला आईपीएल ऑक्शन में मेघना सिंह पहली भारतीय खिलाड़ी बनी जिन्हें खरीदा गया. उन्हें गुजरात जायंट्स ने 30 लाख रुपए में ख़रीदा. मेघना भले ही 2021 में भारतीय महिला टीम में अपनी जगह बना कर एक क्रिकेटर बन गई हों, लेकिन उनके लिए ये सफर आसान नहीं रहा. मेघना सिंह बिजनौर से 25 किलोमीटर दूर कोतवाली देहात की रहने वाली हैं. उन्होंने बचपन से ही क्रिकेटर बनने का सपना देखा. मात्र 10 साल की उम्र से ही वह क्रिकेट खेल रही हैं.

भले ही मेघना के परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी नहीं थी लेकिन इसके बावजूद उनके पिता विजयवीर सिंह ने क्रिकेट के प्रति उनके जुनून और लगन को देखते हुए उनका दाखिला बिजनौर के क्रिकेट स्टेडियम में कराया. वह बिजनौर के स्टेडियम में प्रतिदिन प्रैक्टिस के लिए जाती थीं.

पिता करते थे गार्ड की नौकरी

एक मध्यम परिवार से संबंध रखने वाली मेघना के पिता विजयवीर सिंह ने गार्ड की नौकरी करते हुए अपने परिवार का पालन पोषण किया और अपने बच्चों को आगे बढ़ाया. वहीं उनकी माता रीना सिंह आशा कार्यकर्ता हैं. संघर्ष के बदौलत मेघना सिंह ने क्रिकेट के क्षेत्र में सफलता प्राप्त की. मेघा के पिता विजयवीर सिंह का कहना है कि जब बेटियां आगे बढ़ती हैं. तो अन्य बेटियों के लिए भी राह आसान हो जाती है. उन्हें बहुत खुशी है कि छोटे से गांव से उनकी बेटी ने इतनी बड़ी उपलब्धि हासिल की है..

तेज गेंदबाज हैं मेघना

दाहिने हाथ की तेज गेंदबाज मेघना सिंह अपनी बॉलिंग से अच्छी-अच्छी महिला खिलाड़ियों को हैरान कर देती हैं. वहीं जब उन्हें बैटिंग करने का अवसर मिलता है. तो वह दाहिने हाथ से ही बैटिंग करते हुए भी ऑलराउंडर की बेहतर भूमिका निभाते हुए नजर आती है. मेघना सिंह ने बिजनौर क्रिकेट कोच लक्ष्यराज त्यागी की निर्देशन में क्रिकेट की बारीकियां सीखीं हैं. इसी खेल के दम पर उनका चयन रेलवे क्रिकेट बोर्ड में हुआ था. मेघना ने 2021 ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपना इंटरनेशनल डेब्यू किया था.