मंडी : लोगों को आशंका, कहीं झूला पुल पर ही न झूलता रह जाए पंडोह और बदार

पंडोह में 100 साल पुराना पुल टूटने के बाद अब उसे स्थान पर अस्थायी तौर पर लोक निर्माण विभाग द्वारा झूला पुल बनाया जा रहा है। इसका निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है। यह झूला पुल जरूरी सामान को नदी को आर-पार करने में मदद करेगा जबकि एक व्यक्ति भी एक समय में इस पर जा सकेगा।

सरकार ने कहा कि यह अस्थायी व्यवस्था होगी और पंडोह में पुराने पुल के स्थान पर नया पुल बनाया जाएगा। लेकिन पंडोह और इलाका बदार के लोगों को यह आशंका हो रही है कि झूला पुल बन जाने के बाद वे हमेशा के लिए इसी पर झूलते रह जाएंगे। प्रदेश के तेजतर्रार लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कई स्थानों पर बहुत ही कम समय में वैली ब्रिज बना डाले, लेकिन पंडोह को उन्होंने इस सौगात से महरूम रखा। लोगों को यही बात अखर रही है और यही कारण है कि लोग पंडोह में जल्द से जल्द स्थायी पुल बनाने की मांग उठा रहे हैं।

लोग बोले- झूला पुल के बाद स्थायी पुल की तरफ नहीं दिया जाएगा ध्यान
पंडोह निवासी कृष्ण सैनी, रोहित कुमार, कुलदीप ठाकुर और रेणू धवन ने बताया कि पंडोह का 100 साल पुराना लाल पुल टूटने के बाद बाजार में एक अजीब सा सन्नाटा छाया हुआ है। क्योंकि रोजाना बदार क्षेत्र की एक दर्जन पंचायतों के लोगों को पंडोह आना-जाना लगा रहता था और यहां कारोबार भी उसी से ही चलता था। लेकिन पुल टूटने के बाद अब यहां कोई नहीं आ रहा। सरकार झूला पुल का निर्माण कर रही है, उसका हम विरोध नहीं करते, बल्कि टूटे हुए पुल के स्थान पर स्थायी पुल बनाने की मांग कर रहे हैं। कहीं ऐसा न हो कि झूला पुल पर पंडोह और बदार के लोग झूलते ही रह जाएं।

झूला पुल अस्थायी व्यवस्था, स्थायी पुल बनाकर दिया जाएगा
पूर्व मंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कौल सिंह ठाकुर ने लोगों को आश्वस्त किया है कि झूला पुल अस्थायी व्यवस्था के तौर पर बनाया जा रहा है क्योंकि स्थायी पुल के निर्माण में समय लगेगा। भविष्य में स्थायी पुल भी बनाकर दिया जाएगा, ताकि इलाका बदार के लोगों को पंडोह बाजार और एनएच तक आने में आसानी हो सके।