पिछले कुछ समय से सरकारें किसानों को जैविक खेती (Organic farming) की तरफ प्रेरित करने के लिए काफी ज्यादा प्रयास कर रही हैं। कुछ ऐसे किसान भी हैं जिन्होंने जैविक खेती में नए आयाम स्थापित कर दिए हैं। इन्हीं में से एक हैं मंडी जिला मुख्यालय के साथ लगते बीर गांव के उन्नत किसान (farmer) बलवीर सिंह ठाकुर। बलवीर सिंह ठाकुर अपने घर पर ही गाय के गोबर व गौमूत्र से जैविक खाद और कीटनाशक (Organic fertilizers and pesticides) बनाने का कार्य करते हैं। इस तकनीक को सीखने के लिए प्रदेश के कोने-कोने से किसान उनके घर पर आते हैं और इसे बनाने की विधि जानते हैं।
बलवीर सिंह ने बताया कि वे घर पर देसी गाय के गोबर और गौमूत्र से जैविक खाद में जीवामृत और घन जीवामृत जबकि जैविक कीटनाशकों में अग्नि अस्त्र, ब्रह्मास्त्र और दशप्रिय अर्क जैसे उत्पादों का निर्माण करते हैं। बहुत से किसान इन उत्पादों को बनाने की जानकारी हासिल करने के लिए इनके घर पर आते हैं और बलवीर सिंह बीना किसी शुल्क के किसानों को हंसी खुशी इन्हें बनाने की जानकारी देते हैं। बलवीर ठाकुर के इन उत्पादों की बाजार में भी काफी ज्यादा डिमांड बढ़ गई है।
बता दें कि बलवीर सिंह ठाकुर ने वर्ष 2018 में पालमपुर में पद्मश्री सुभाष पालेकर जी से प्राकृतिक खेती का सात दिवसीय प्रशिक्षण प्राप्त किया था। आज बलवीर ठाकुर प्राकृतिक खेती के प्रशिक्षक के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। विभागीय शिविरों और अपने घर पर अभी तक 700 के करीब किसानों को प्राकृतिक खेती के बारे में प्रशिक्षण दे चुके हैं।
बिलासपुर जिला से जैविक खेती का प्रशिक्षण लेने आए किसान अनिल शर्मा ने बताया कि वे जैविक खाद और कीटनाशक बनाने की विधि जानने के लिए मंडी आए हैं। आज रसायनयुक्त कीटनाशकों से खेती के साथ-साथ स्वास्थ्य को जो हानी हो रही है उसके चलते अब बहुत से किसान प्राकृतिक खेती की तरफ अग्रसर हो रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि सरकार की तरफ से प्राकृतिक खेती को प्रोत्साहित करने के लिए योजना भी चलाई जा रही है। इस योजना के माध्यम से बहुत से किसानों को प्राकृतिक खेती के प्रति प्रेरित भी किया गया है। अब धीरे-धीरे खेतों से रसायनों का प्रयोग कम होता जा रहा है लेकिन इसे पूरी तरह से समाप्त करने के बाद यह योजना सफल साबित हो पाएगी।