बाढ़ और भारी बारिश के कारण प्रभावित लोगों के सब्र का बांध अब टूट गया है। आज मंडी जिला मुख्यालय व इसके आस-पास के क्षेत्रों के सैंकड़ों प्रभावित मंडी में पन्नालाल रक्षा मेमोरियल ट्रस्ट के बैनर तले एकजुट हुए और घर के बदले घर, जमीन के बदले जमीन और दुकान के बदले दुकान की मांग उठाई। उन्होंने एडीसी मंडी के माध्यम से राज्य सरकार को अपना ज्ञापन भी भेजा है।
पन्नालाल रक्षा मेमोरियल ट्रस्ट के संस्थापक राजेश कपूर ने कहा कि प्रभावित अपने नुकसान के बदले सरकार से पैसों की मांग नहीं कर रहे, बल्कि जो नुकसान हुआ है उसी प्रकार से भरपाई करने की गुहार लगा रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जल्द ही इस संदर्भ में चिट्ठी लिखकर प्रदेश के प्रभावितों के लिए विशेष पैकेज जारी करने की गुहार लगाई जाएगी। केंद्र सरकार पैसा दे सकती है जबकि जमीन उपलब्ध करवाना राज्य सरकार का काम है। सरकार को चाहिए कि एक लैंडबैंक बनाए और वहां पर प्रभावितों को जमीन के बदले जमीन उपलब्ध करवाए।
अपनी मांग को लेकर आए सैंकड़ों प्रभावितों ने इस दौरान अपनी आपबीती भी बताई। कोटली से आई प्रभावित सुमित्रा देवी ने बताया कि उनके पति चाय की दुकान चलाते हैं और पाई-पाई जोड़कर घर बनाया था। आज घर पूरी तरह से टूट गया है और दूसरा घर बनाने के लिए जमीन भी नहीं बची है। तंबू लगाकर और गौशाला में जैसे-तैसे दिन काट रहे हैं। सरकार घर के बदले घर मुहैया करवाए, हमें जमीन नहीं चाहिए।
वहीं, जागर गांव से आए प्रभावित राम प्रकाश ने बताया कि उसका कच्चा मकान था जो अब पूरी तरह से टूट गया है। मुश्किल से यह घर बनाया था लेकिन अब बेघर हो गया हूं। सरकार कच्चा मकान ही बनाकर दे दे।