राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक कन्या विद्यालय में ब्लॉक लेवल की चिल्ड्रन साइंस कांग्रेस का आयोजन किया जा रहा है। इस साइंस कांग्रेस में सदर ब्लॉक के निजी व सरकारी स्कूलों के 400 से अधिक छात्र भाग ले रहे हैं। साइंस कांग्रेस में शामिल होने आए निजी स्कूल अध्यापक शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली से नाराज दिखे।
उन्होंने आरोप लगाया है कि उनके स्कूल के बच्चे घर से खुद का खाना लेकर आए थे। बावजूद इसके विभाग ने बच्चों की डाइट मनी काट दी। जबकि उनके स्कूलों को खाने और डाइट मनी के बारे में कोई सूचना नहीं गई थी। बच्चों के साथ चिल्ड्रन साइंस कांग्रेस में शामिल होने आए निजी स्कूल अध्यापक मोहन सिंह पटियाल ने कहा कि अग्रिम सूचना न होने के कारण वे विभाग की इस कार्यप्रणाली से नाराज हैं।
वहीं इस मामले में कार्यक्रम समन्वयक नरेश ठाकुर ने बताया विभागीय नियमों के तहत सभी स्कूलों से डाइड मनी ली गई है। उन्होंने बताया कि डाइट मनी सरकार द्वारा ही निर्धारित की गई है। उसी आधार पर प्रति व्यक्ति 120 रुपये डाइट मनी ली गई है।
उधर, इस बारे में प्रारम्भिक शिक्षा निदेशक अमरनाथ राणा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि डाइट मनी के बारे में सभी स्कूलों को पहले सूचित किया गया है। हर स्कूल में साइंस फंड होता है। चिल्ड्रन साइंस कांग्रेस में भाग लेने आए स्कूलों को इसी सांइस फंड से यह पैसा खर्च करना होता है। नियमों के आधार पर ही सभी स्कूलों से डाइट मनी ली गई है।
बता दें कि हर साल शिक्षा विभाग द्वारा चिल्ड्रन साइंस कांग्रेस का आयोजन किया जाता है। इस बार 31 वीं चिल्ड्रन साइंस कांग्रेस मंडी सदर के गर्ल्स स्कूल में आयोजित की जा रही है। दो दिवसीय इस चिल्ड्रन साइंस कांग्रेस में सदर ब्लाक के 55 स्कूलों के 420 के करीब बच्चे भाग ले रहें। अव्वल रहने वाले बच्चों को जिला स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लेने का मौका मिलेगा।