मालदीव के नेताओं ने दिया भारत को खुल कर समर्थन, कहा- मुइज़्ज़ू सरकार के ‘भारत विरोधी’ रुख़ से होगा नुकसान
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मालदीव की दो विपक्षी पार्टियों के मुख्य नेताओं ने भारत को ‘सबसे लंबे समय का साथी’ बताते हुई मुइज़्ज़ू सरकार के ‘भारत विरोधी’ रुख़ पर चिंता जतायी है.
मालदीव डेमोक्रेटिक पार्टी (एमडीपी) और डेमोक्रेट्स – दोनों पार्टियों का भारत के लिए ये खुला समर्थन ऐसे समय आया है जब एक दिन पहले नई मालदीव सरकार ने हिंद महासागर में चीन के रिसर्च और सर्वे वाली जहाज़ को मालदीव के पोर्ट पर डॉक करने की अनुमति दी है.
मालदीव की सरकार का चीन की जहाज़ को डॉक करने की इजाज़त देने का ये फ़ैसला ऐसे समय लिया गया है जब भारत और मालदीव के बीच तनाव चल रहा है.
जनवरी में राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज़्ज़ू ने चीन का राजकीय दौरा किया था और ये उनका पहला राजकीय दौरा था, जबकि आमतौर पर मालदीव के राष्ट्रपति पहला राजकीय दौरा भारत का करते हैं.
मालदीव डेमोक्रेटिक पार्टी के अध्यक्ष और देश के पूर्व मंत्री फ़याज़ स्माइल, संसद के डिप्टी स्पीकर अहमद सलीम सडेमेक्रेट पार्टी के अध्यक्ष हसन लतीफ़ और संसदीय समूह के अध्यक्ष अली अज़ीम ने एक साझी प्रेस कॉन्फ्रेंस की और भारत के साथ मालदीव सरकार के रुख़ पर अपनी चिंता ज़ाहिर की.
नेताओं ने कहा- “ऐसा लगता है कि वर्तमान सरकार भारत विरोधी रुख अपना रही है. एमडीपी और डेमोक्रेट दोनों का मानना है कि विकास के भागीदार और खास कर देश के सबसे पुराने सहयोगी को अलग करना देश के दीर्घकालिक विकास के लिए बुरा साबित होगा.”
“देश की सरकार को मालदीव के लोगों के फ़ायदे और विकास के लिए सभी भागीदारों के साथ काम करना चाहिए,जैसा कि मालदीव पारंपरिक रूप से करता आया है.”