महाराष्ट्र से एक बेहद दुखद खबर सामने आई है. यहां के बुलढाणा में एक चलती बस में आग लग गई, जिसमें 26 लोगों की जलकर मौत हो गई. समृद्धि महामार्ग एक्सप्रेसवे पर हुए इस भीषण हादसे के बारे में बताया जा रहा है कि दुर्घटना के दौरान बस में करीब 33 लोग सवार थे. अचानक आग लगने के कारण किसी को भी बस से बाहर निकलने का मौका नहीं मिला.
बस हादसे में चली गई 26 लोगों की जान
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार हादसे में 26 लोगों के मौत की खबर है, वहीं कई लोग घायल हो गए हैं. घायलों को तुरंत ही बुलढाणा सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है. रिपोर्ट्स में बताया गया कि बस महाराष्ट्र के यवतमाल से पुणे जा रही थी.
शनिवार रात करीब दो बजे हुई इस घटना के बारे में बुलढाणा पुलिस के डिप्टी एसपी बाबूराव महामुनि का कहना है कि बस से 26 शव निकाले गए हैं. बस में कुल 33 लोग सवार थे. इनमें 6 से 8 लोग घायल हैं. घायलों को बुलढाणा सिविल अस्पताल में रेफर किया गया है. उन्होंने बताया कि समृद्धि एक्सप्रेस वे पर जा रही बस का टायर फट गया था, जिसके बाद वह खंभे और डिवाइडर से टकरा गई. इसके बाद पलटी तो उसमें आग लग गई.
रिपोर्ट्स के मुताबिक देर रात करीब दो बजे बस में सवार सभी यात्री सो रहे थे. इसी दौरान हादसा हुआ और उन्हें संभलने का मौका ही नहीं मिल पाया. घटना कितनी भयानक थी ये बस की हालत देखकर समझा जा सकता है. आग लगने के बाद अचानक ही पूरी बस पलट गई.
मुख्यमंत्री ने दिए जांच के आदेश
बुलढाणा बस हादसे को लेकर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने जांच का आदेश दिए हैं. सीएम एकनाथ शिंदे डिप्टी सीएम देवेंद्र फड़नवीस के साथ घटनास्थल का दौरा करने वाले हैं. हादसे के बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बुलढाणा के कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक से फोन पर घटना की जानकारी ली. मुख्यमंत्री ने हादसे में घायल लोगों को तत्काल सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश दिए. उन्होंने घायलों का सरकारी खर्च पर तत्काल इलाज कराने के निर्देश दिए हैं.
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बुलढाणा बस हादसे को लेकर दुख व्यक्त करते हुए मृतकों और उनके परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है. उन्होंने मुख्यमंत्री राहत कोष से मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की है.
कुछ यात्रियों ने खिड़की तोड़ बचाई जान
आजतक की रिपोर्ट के अनुसार, इस हादसे में घायल हुए शख्स का कहना है कि, ‘उनके पास बैठा यात्री और वो पीछे की खिड़की तोड़कर निकल आए. एक स्थानीय निवासी का कहना है कि चार से पांच यात्री बस की एक खिड़की तोड़कर निकल आए थे, लेकिन अन्य यात्री नहीं निकल सके. हादसे के बाद लोगों ने राजमार्ग पर अन्य वाहनों से मदद मांगी, लेकिन कोई नहीं रुका. स्थानीय निवासी ने कहा कि पिंपलखुटा में इस मार्ग पर कई हादसे हो चुके हैं. आज जब वे वहां गए, तो उन्होंने वहां बेहद भयानक मंजर देखा.