Ram Mandir: रामलला की जन्मभूमि पर संस्कृत भजन गाएंगी भागलपुर की माधवी, मधुरम बृंद बैंड के साथ देंगी प्रस्तुति
भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा समारोह के साथ-साथ राम मंदिर के पक्ष में ऐतिहासिक साक्ष्य देने वाले जगतगुरु पद्म विभूषण रामभद्राचार्यजी का 75वां जन्मोत्सव भी अयोध्या में मनाया जा रहा है। 14 से 22 जनवरी तक अमृत महोत्सव के रूप में यह आयोजन हो रहा है। इस अवसर पर बिहार के भागलपुर की माधवी मधुकर झा अपनी प्रस्तुति देंगी। माधवी संस्कृत सहित कई भाषाओं में गायन करेंगी।
HIGHLIGHTS
- जगतगुरु पद्म विभूषण रामभद्राचार्यजी के 75वें जन्मोत्सव पर आयोजित कार्यक्रम का बनेंगी हिस्सा।
- माधवी की गायिकी में भारतीय संस्कृति के साथ-साथ सामाजिक, नैतिक मूल्यों और आदर्शों का है मिश्रण।
भागलपुर। भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा समारोह के साथ-साथ राम मंदिर के पक्ष में ऐतिहासिक साक्ष्य देने वाले जगतगुरु पद्म विभूषण रामभद्राचार्यजी का 75वां जन्मोत्सव भी अयोध्या में मनाया जा रहा है। 14 से 22 जनवरी तक अमृत महोत्सव के रूप में यह आयोजन हो रहा है। इस अवसर पर भागलपुर की माधवी मधुकर झा अपनी प्रस्तुति देंगी।
माधवी संस्कृत सहित कई भाषाओं में गायन करेंगी। वह अपने बैंड मधुरम बृंद के साथ 19 जनवरी को प्रस्तुति देने के लिए तैयार हैं। देव भाषा संस्कृत में विभिन्न स्तोत्रों को प्रस्तुत कर माधवी देश-विदेश में ख्याति प्राप्त कर चुकी हैं।
अयोध्या में भगवान राम के जीवन के विभिन्न पक्षों पर संस्कृत, हिंदी और मैथिली में माधवी अपनी प्रस्तुति देंगी। बकौल माधवी, अतिविशिष्ट अवसर पर प्रस्तुति देने का मौका मिलने से मैं अपने आप को सौभाग्यशाली मानती हूं। देव भाषा संस्कृत सर्वाधिक वैज्ञानिक भाषा है। संस्कृत के सभी अर्थों का सकारात्मक अर्थ और प्रभाव होता है।
संस्कृति की वाहक हैं माधवी
माधवी की गायिकी में भारतीय संस्कृति के साथ-साथ सामाजिक, नैतिक मूल्यों और आदर्शों का मिश्रण है। उनकी गायिकी विशिष्टता का बोध कराती है। उनकी गायन शैली इंसान को ईश्वर और संस्कृति से साक्षात्कार भी करवाती है।
कौन हैं माधवी मधुकर झा
पीयूष झा की पत्नी माधवी मधुकर झा का पैतृक घर भागलपुर जिले के सबौर में है। उनके पिता किशोर झा और मां संयुक्ता झा हैं। उनकी शादी झारखंड के गोड्डा जिला स्थित डांड़ै गांव में हुई है।