पौंग के साथ लगते फतेहपुर और इंदौरा में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए एनडीआरएफ (NDRF) के साथ भारतीय सेना (Indian Army) और वायु सेना (Indian Air Force) ने भी मोर्चा संभाल लिया है। उपायुक्त कांगड़ा डॉ. निपुण जिंदल स्वयं मौके पर राहत एवं बचाव कार्यों का निरीक्षण कर रहे हैं। पौंग बांध से अत्याधिक जल छोड़े जाने के कारण फतेहपुर और इंदौरा क्षेत्र में कई लोगों के फंसे होने की सूचना प्रशासन को मिली थी। पानी का स्तर (Water Level ) ज्यादा होने के कारण बोट (boat) से रेस्क्यू संभव नहीं हो पा रहा था।
डीसी ने बताया कि स्थिति को देखते हुए तुरंत भारतीय सेना और वायु सेना से संपर्क साधा। उन्होंने बताया कि सेना ने त्वरित प्रभाव से ममून कैंट से इंदौरा के लिए और योल कैंट से फतेहपुर के लिए टीमें मौके पर भेजीं। एयरलिफ्ट (Airlift) करने के लिए वायु सेना के एमआई-17 हेलीकॉप्टर तैनात कर दिए गए हैं। उपायुक्त ने बताया कि अब भारतीय सेना, वायु सेना और एनडीआरएफ (NDRF) की मदद से लोगों को बाहर निकाला जा रहा है।
उन्होंने बताया कि लोगों को एयरलिफ्ट करने के लिए फतेहपुर के वजीर राम सिंह पठानिया स्टेडियम और ढमटाल में अस्थायी हेलीपैड बनाए गए हैं। उन्होंने बताया कि हेलीकॉप्टर के माध्यम से एयरलिफ्ट किए जा रहे लोगों के लिए रिलीफ कैंप (Relief Camp) स्थापित किए गए हैं। वहीं, बोट के माध्यम से रेस्क्यू (Rescue) किए जा रहे लोगों के लिए बढुखर में राहत शिविर प्रशासन द्वारा स्थापित किया गया है।
उपायुक्त ने बताया कि पौंग बांध (Pong Dam) में जलस्तर के बढ़ने की संभावना को देखते हुए पहले से ही एनडीआरएफ (NDRF) की एक टीम को काठगढ़ मंदिर में तैनात किया गया था। उन्होंने बताया कि इस टीम को भी तुरंत प्रभाव से इंदौरा के लिए भेजा गया तथा फतेहपुर के लिए एनडीआरएफ की एक अन्य टुकड़ी रवाना की गई। उपायुक्त ने बताया कि दोनों क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्य युद्ध स्तर (War Footing) पर चल रहा है तथा हर व्यक्ति को सुरक्षित निकालने के लिए प्रशासन प्रयासरत है।