अपने स्तर पर छेड़ी मुहीम, गांव-गांव जाकर निकाल रहे जागरूकता रैलियां

मंडी, 14 जनवरी : राजेश कपूर ने ठाना है, ’’ड्रग्स को हराना है, नशामुक्त हिमाचल बनाना है’। जी हां, मंडी शहर निवासी राजेश कपूर ने हिमाचल में बढ़ रहे चिट्टे के प्रचलन के खिलाफ अपने स्तर पर एक मुहीम छेड़ रखी है। राजेश कपूर ’’पन्नालाल रक्षा मैमोरियल’’ के नाम से एक ट्रस्ट चलाते हैं। ट्रस्ट के माध्यम से करीब डेढ़ महीना पहले उन्होंने ’’ड्रग्स को हराना है, नशामुक्त हिमाचल बनाना है’’ के नाम से मुहीम की शुरूआत की।

इस मुहीम के तहत राजेश कपूर रोजाना दो से तीन पंचायतों में जाकर वहां के पंचायत प्रतिनिधियों, महिला मंडलों, युवक मंडलों और स्थानीय लोगों से मिलकर उन्हें ड्रग्स और अन्य प्रकार के नशे के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक करने का कार्य कर रहे हैं। राजेश कपूर अभी तक 40 से 50 हजार लोगों के साथ व्यक्तिगत तौर पर मुलाकात करके उन्हें जागरूक करने का प्रयास कर चुके हैं। राजेश कपूर ने बताया कि उनका यह अभियान तब तक जारी रहेगा जब तक प्रदेश में ड्रग्स जैसे जानलेवा नशा खत्म नहीं हो जाता।

    राजेश कपूर महिलाओं को जागरूक करने पर ज्यादा जोर दे रहे हैं और उन्हें इस बात को लेकर सचेत करने का प्रयास कर रहे हैं कि वे अपने बच्चों की हर गतिविधि पर नजर रखें। बच्चों की आजादी बरकरार रखते हुए इस बात पर ध्यान केंद्रित करें कि बच्चे की दिनभर की गतिविधियां कहीं संदिग्ध तो नहीं हो रही हैं। इसके साथ ही यदि गांव में किसी और परिवार के बच्चे के बारे में आपको कुछ पता चलता है तो उसे उसके परिवार तक जरूर पहुंचाएं। राजेश कपूर का मानना है कि महिलाएं इस बात को लेकर जागरूक भी हो रही हैं और इस अभियान में अपनी भागीदारी भी निभा रही हैं।

वहीं, महिलाएं राजेश कपूर द्वारा चलाई जा रही मुहिम को नशा मुक्ति के लिए एक अनुकरणीय पहल बता रही हैं। सोमा देवी, ललिता वर्मा और दीपा कुमारी ने बताया कि उन्होंने राजेश कपूर द्वारा बताई बातों को अमल करने का संकल्प लिया है ताकि क्षेत्र के बच्चे और युवा ड्रग्स के चंगुल से दूर रह सकें। राजेश कपूर अभी तक जिला के अनेकों स्थानों पर इस तरह के जागरूकता कार्यक्रमों को कर चुके हैं और यह उनकी रोजाना की दिनचर्या बन चुकी है। राजेश कपूर बड़े कस्बों में आस पास के लोगों को एकत्रित करके बड़ी जागरूकता रैलियां भी निकाल चुके हैं, ताकि अधिक से अधिक लोगों के माध्यम से ड्रग्स से मुक्ति का संदेश दिया जा सके।