Larji Project: बाढ़ से तबाह लारजी प्रोजेक्ट में उत्पादन शुरू, बिजली बोर्ड को रोजाना होगी 72 लाख की आय
बिजली बोर्ड को रोजाना होगी 72 लाख की आय, दूसरे-तीसरे चरण के मई तक बहाल होने की संभावना शिमला
आखिर छह माह बाद लारजी में दोबारा बिजली उत्पादन शुरू हो गया है। बिजली बोर्ड ने लारजी यूनिट-1 को बहाल कर दिया है। 15 जनवरी, आधी रात 11 बजकर 55 मिनट से यूनिट नंबर एक की स्पिनिंग शुरू की है। यूनिट नंबर-1 की बहाली पर प्रति दिन लगभग 6-8 लाख यूनिट ऊर्जा उत्पन्न करने का अनुमान है। इससे हिमाचल प्रदेश स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड लिमिटेड को प्रतिदिन 50 से 72 लाख रुपए अनुमानित राजस्व मिलेगा। सभी इकाइयों की पूर्ण बहाली के बाद लारजी जलविद्युत परियोजना प्रति वर्ष लगभग 620 एमयू उत्पन्न करने के लिए तैयार है। इसका वार्षिक राजस्व बिजली खरीद समझौतों के माध्यम से लगभग 310 करोड़ रुपए, 5 रुपए प्रति यूनिट की औसत ऊर्जा खरीद दर के आधार पर तय है। शेेष इकाइयां नंबर-2 और नंबर-3 मई, 2024 तक बहाल होने की संभावना है। इसमें किसी भी नुकसान को रोकने के लिए क्षतिग्रस्त घटकों को नए के साथ बदलना शामिल है। गौरतलब है कि लारजी जलविद्युत परियोजना जुलाई माह में आई भीषण बाढ़ की भेंट चढ़ गई थी। बाढ़ के दौरान ब्यास नदी में 5600 क्यूमैक्स से अधिक का अभूतपूर्व जल स्तर देखा गया था।
उच्चतम बाढ़ स्तर के कारण जलमग्न लारजी विद्युत गृह को इसके महत्त्वपूर्ण इलेक्ट्रो-मेकेनिकल घटकों, एचटी/एलटी लाइनों और सुरक्षा कार्यों को व्यापक क्षति का सामना करना पड़ा। हिमाचल प्रदेश स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड लिमिटेड (एचपीएसईबीएल) के लिए यह एक उल्लेखनीय उपलब्धि है। बीते साल जुलाई माह में बाढ़ के दौरान परियोजना क्षतिग्रस्त हो गई थी। सभी तीन इकाइयों के साथ लारजी जलविद्युत परियोजना ने अब सफलतापूर्वक अपनी बहाली प्रक्रिया शुरू कर दी है। मुख्य अभियंता संजय कौशल के नेतृत्व में हिमाचल प्रदेश स्टेट इलैक्ट्रिसिटी बोर्ड लिमिटेड की उत्पादन टीम के असाधारण प्रयासों और अथक समर्पण ने यूनिट-1 की स्पीनिंग की बहाली में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है। जुलाई में सभी तीन इकाइयों को बहाल करने के कठिन कार्य का सामना करते हुए जेनरेशन टीम की दिन-रात की कड़ी मेहनत इस उद्देश्य के प्रति उनकी प्रतिबद्धता का उदाहरण है। निरंतर बहाली प्रयासों और आवश्यक परीक्षण प्रक्रियाओं के बाद यूनिट नंबर-1 की स्पिनिंग 15 जनवरी को रात 11 बजकर 55 मिनट बजे से शुरू हो गई।
2006-07 में शुरू हुई थी 126 मेगावाट क्षमता की परियोजना
126 मेगावाट की कुल क्षमता वाली लारजी जलविद्युत परियोजना 2006-07 से चालू की गई थी। नौ जुलाई, 2023 को अपने जलमग्न होने तक, परियोजना ने प्रभावशाली 104.306 गीगा यूनिट का उत्पादन किया था। जो लगातार अपने वार्षिक उत्पादन लक्ष्य को पार कर गया था। संयुक्त निदेशक अनुराग पराशर ने बताया कि पहली इकाई की स्पीनिंग, लारजी जलविद्युत परियोजना के पुनरुद्धार में एक महत्वपूर्ण क्षण का प्रतीक है। इससे सभी इकाइयों को निर्धारित समय पर फिर से शुरू करने की संभावना बढ़ जाती है। यह उपलब्धि हिमाचल प्रदेश स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड लिमिटेड और पूरे हिमाचल प्रदेश राज्य के लिए अत्यधिक संतुष्टि और खुशी लेकर आई है।