राजधानी शिमला में बारिश ने कोहराम मचा दिया है। शहर में जगह-जगह हो रहे भूस्खलन से लोग सिहर उठे हैं। समरहिल के शिव बावड़ी मंदिर के बाद फागली इलाके में भूस्खलन ने कहर बरपाया। यहां सुबह करीब सात बजे बड़े पैमाने पर हुए भूस्खलन की चपेट में आने से कई अस्थायी घर जमीदोंज हो गए।
राहत व बचाव दलों ने घटनास्थल से मां और बेटी के शव बरामद किए हैं। इनकी पहचान 52 वर्षीय कमला पत्नी जनक और उनकी बेटी पूजा (21) के तौर पर हुई है। छह लोगों को रेस्क्यू कर अस्पताल में भर्ती किया गया है। अभी भी करीब 10 लोगों के फंसे होने की आशंका है।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक अप्पर फागली में कई अस्थायी घर हैं। इनमें ज्यादातर दिहाड़ी मजदूरी करने वाले नेपाली समुदाय के लोग रहते हैं। ये बीते कई सालों से इसी जगह पर रह रहे हैं। सोमवार सुबह बारिश के बीच आए मलबे ने इन घरों को तहस-नहस कर दिया। इसके अलावा कई पेड़ भी धराशायी हुए।
एएसपी शिमला सुनील नेगी ने बताया कि राहत व बचाव दलों ने दो शवों को बरामद किया है। छह लोगों को घायल अवस्था में आईजीएमसी में भर्ती किया गया है। अभी भी कुछ लोगों के दबे होने की आशंका है। राहत व बचाव कार्य जारी है।
दरअसल, सोमवार को हिमाचल में चार जिलों में भूस्खलन की घटनाओं से बडे स्तर पर जानी नुकसान हुआ है। सोलन व सिरमौर की तस्वीर साफ हो चुकी है, जबकि शिमला व मंडी जिलों को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं हो रही, क्योंकि जगह-जगह रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। मंडी में मृतकों का आंकड़ा 10 तक पहुंचने की सूचना है।