घरों में Gardening शुरु से एक शानदार पहल के रुप में रही है. यह न घर को सुंदर बनाती है बल्कि वातावरण को भी काफी स्वस्थ रखती है. आजकल तो घर की बालकनी से लेकर छत तक, घरों को खूबसूरत पौधों के द्वारा सजाया जा रहा है. आपको भी Kitchen Gardening का शौक है तो कुछ आसान तरीकों से पौधों की देखभाल कर सकते हैं ताकि फूल खिलते रहें, और घर की सुंदरता बनी रहे.
1. समय पर पौधों में खाद डालें
गमले की मिट्टी में समय के साथ पोषक तत्वों की कमी हो जाती है. ऐसे में आपको बिना देरी किए तुरंत अपने फूल वाले पौधों में खाद डालने की आवश्यकता होती है. पानी में घुलनशील, या तरल उर्वरक फूलों के लिए सबसे अच्छे उर्वरक माने जाते हैं. बायो एनपीके (bio npk fertilizer), सीवीड (seaweed fertilizer), प्लांट ग्रोथ प्रमोटर जैसे कुछ जैविक, और तरल उर्वरकों का यूज फूल वाले पौधों के लिए बेस्ट है.
2. पौधों को पर्याप्त धूप दिखाएं
सूर्य का प्रकाश पौधों में ऊर्जा का प्रमुख स्रोत है. इसलिए आपको फूल के पौधों को पर्याप्त धूप वाली जगह पर रखना चाहिए. कुछ फूलों (जैसे गेंदा, गुड़हल) को हर दिन 6-8 घंटे धूप की जरूरत होती है, जबकि अन्य (इनडोर फूल के पौधे) फूलों को बस कुछ घंटों (3-4 घंटे) की धूप जरूरी होती है. गर्मियों के मौसम में दोपहर की तेज धूप से फूल के पौधों को बचाने के लिये, उन्हें छाया वाली जगह पर रख दें.
3. फूलों को पर्याप्त पानी दें
गर्मी के मौसम में आपको अपने फूलों के पौधों में दिन में कम से कम एक बार पानी जरूर डालना चाहिए. इस मौसम में पौधों में बहुत अधिक पानी की कमी हो जाती है, और अगर उन्हें अच्छी तरह से पानी नहीं दिया गया तो वो मुरझा सकते हैं, या फिर उनकी ग्रोथ रुक सकती है. अन्य मौसम काफी ठंडे, और नमी वाले होते हैं, जिनमें आप फूलों को, हप्ते में दो बार पानी दे सकते हैं.
4. पौधो की कटाई-छटाई समय पर करें
फूल के पौधों की देखभाल में उनकी कटाई-छटाई करना भी शामिल है. ज्यादा घने हो चुके फूल के पौधे की छटाई करने से, उनमें और ज्यादा शाखाएं निकलती हैं, जिससे पौधे और हरे-भरे रहते हैं.
5. खरपतवार हटाना बिल्कुल भी नहीं भूलें
खरपतवार, फूल के पौधों को पोषक तत्व अवशोषित करने में बाधा उत्पन्न करती है, और साथ ही कई कीटों भी आकर्षित करती है. इस वजह से फूल वाले पौधों की अच्छी ग्रोथ के लिए, उनके नजदीक उगने वाली खरपतवारों को हटाने की आवश्यकता होती है.
6. बड़े गमलों में लगाए पौधें
तेजी से बड़े होते फूल के पौधों की जड़ों को बढ़ने के लिए, ज्यादा जगह चाहिए होती है. छोटी जगह, या छोटे गमले में पौधे की ग्रोथ ठीक से नहीं हो पाती है. इस वजह से जब गमला छोटा पड़ने लगे और जड़े मिट्टी से बाहर दिखाई देने लगें, तब फूल के पौधों को पुराने गमले से निकाल कर किसी बड़े गमले में लगाना चाहिए.
7. फूलों की डेडहेडिंग करें
डेडहेडिंग से मतलब है, पौधों के सूख चुके या मुरझाए हुए फूलों को तोड़ कर अलग कर देना. इस प्रक्रिया से पौधों की उर्जा और अधिक नए फूलों को खिलने में खर्च होती है. इस वजह से पौधे से पुराने या मृत फूलों और उनकी कलियों को हटा देना चाहिए.
8. मल्चिंग एक अच्छी तकनीक है
मल्चिंग मुख्य रूप से मिट्टी में नमी बनाए रखने के लिए की जाती है. पानी की कमी वाले स्थानों या तेज गर्मी के मौसम में फूल के पौधों की मल्चिंग करना जरूरी होता है. घास, लकड़ी के चिप्स, सूखे पत्ते, कोकोपीट, आदि नेचुरल मल्च हैं. इसके अलावा पॉलिथीन, फेब्रिक आदि सिंथेटिक मल्च हैं. इन्हीं से मिट्टी को ढकना होता हैं
9. कीड़ो से सुरक्षित रखें
कीट, फूलों के पौधों को आसानी से नष्ट कर सकते हैं, इसलिए उन्हें रोकना महत्वपूर्ण है. आप अपने बगीचे को कचरे से मुक्त रखकर कुछ कीटों को अपने गार्डन से दूर रख सकते हैं. इसके अलावा स्टिकी ट्रैप नाम के गार्डन टूल की मदद से भी आप पौधों को कीड़ों से बचा सकते हैं. कीटों से बचाव के लिए आपको फूलों पर नीम तेल कीटनाशक के घोल का भी इस्तेमाल कर सकते हैं.
10. पौधों को बीमारियों से बचाएं
फूल के पौधों में एन्थ्रेक्नोज, बैक्टीरियल लीफ स्पॉट, व्हाइट रस्ट जैसी बीमारिया होती हैं. फूल के पौधे में अत्यधिक पानी डालने से बचें, इससे फंगल रोगों को रोकने में मदद मिलती है. यदि आपके पौधे किसी रोग से संक्रमित हो जाते हैं, तो आपको रोग पैदा करने वाले सूक्ष्मजीवों को मारने के लिए जैविक कीटनाशक जैसे नीम तेल का उपयोग करना चाहिए.
11. पौधे को एयर वेंट्स से दूर रखें
घर के अंदर की नमी का लेवल घर के बाहर के नमी के लेवल से कम होता है, जिसकी वजह से, ह्यूमिडिटी कम होने से हाउसप्लांट्स का सूखना मुमकिन है. हालांकि, रेगुलर पानी देना इसे होने से रोकने में मदद कर सकता है, लेकिन अपने पौधे को एयर वेंट्स के नजदीक रखना इसके पीछे की बड़ी वजह है. फिर चाहे हीटर हो या एयर कंडीशनर चालू हो, लगातार आने वाली हवा पौधे के लिए हानिकारक है.