विदेशों में विशफुल-फिलिंग ज्वैल ऑफ इंडिया (Wishful-Filling Jewel of India) के नाम से प्रसिद्ध थुबतन नेगी रिन्पोछे दो माह के लिए यूरोप में बोन एवं बौद्ध धर्म से सम्बन्धित ज्ञान सांझा कर रहे हैं।
हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिला के लिप्पा गांव में जन्में गेशे थुबतन ज्ञालछन नेगी रिन्पोछेजी, विगत वर्षों के भांति इस वर्ष भी दो माह के लिए यूरोप के यात्रा पर हैं। वे यहाँ से 15 जुलाई को यूरोप के यात्रा पर गए थे एवं 15 सितम्बर के दिन स्वदेश लौटेंगे।
विगत कई वर्षों से रिनपोछे जी, समय-2 पर रूस, यूरोप, इंग्लैंड, अमेरिका आदि देशों के अनुयायियों के निमंत्रण पर उपरोक्त देशों में धार्मिक शिक्षा देने हेतु जाते रहे हैं। इस वर्ष भी यूरोप के पोलैंड, स्विटजरलैंड, फ्रांस, स्पेन, जर्मनी, स्लोवाकिया, हंगरी, ऑस्ट्रिया आदि विभिन्न देशों में उनका कार्यक्रम निर्धारित है। पोलैंड, स्विट्जरलैंड, फ्रांस, स्पेन तथा जिब्राल्टर आदि स्थानों में उन्होंने अपने अध्ययन तथा अनुभव के माध्यम से श्रद्धालुओं को धार्मिक उपदेश एवं नैतिक शिक्षा दी है।
वर्तमान में रिनपोछे जी, जर्मनी में विद्यमान हैं। ऑस्ट्रिया हंगरी तथा ब्राटिस्लावा आदि स्थानों में अभी कार्यक्रम होना बाकी है।