जन्माष्टमी का त्योहार भारत में बड़ी ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है। इस दिन भगवान विष्णु से कृष्ण रुप में अवतार लिया था। तभी से यह दिन कृष्ण जन्मोत्सव के रुप में मनाया जाता है। आइए जानते हैं कृष्णजन्माष्टमी कब है।
कृष्ण जन्ममाष्टमी तारीख
इस साल अष्टमी तिथि का आरंभ 6 सितंबर को दोपहर 3 बजकर 38 मिनट पर होगा और इसका समापन 7 सितंबर को शाम के समय 4 बजकर 15 मिनट पर हो जाएगा। ऐसे में जन्माष्टमी का व्रत 6 सितंबर को रखा जाएगा।
जन्माष्टमी का महत्व
मान्यताओं के अनुसार, कृष्ण जन्माष्टमी पर भगवान कृष्ण की पूजा अर्चना करने से व्यक्ति की मनोकामनाएं पूरी होती हैं। साथ भी भगवान कृष्ण का आशीर्वाद और कृपा भी बनी रहती है। जो लोग व्रत करते हैं वह मध्य रात्रि पूरे विधि विधान के साथ पूजा अर्चना भी करते हैं। इस दिन देशभर में मंदिरों को विशेष तौर पर सजाया जाता है।
जन्माष्टमी पर भक्त श्रद्धानुसार, उपवास करते हैं। साथ ही भगवान कृष्ण की विशेष पूजा अर्चना करते हैं। बता दें कि भगवान कृष्ण का जन्म मध्य रात्रि में हुआ था। लोग अपने घर में मौजूद लड्डू गोपाल का भी जन्म तभी कराते हैं। इसके बाद उन्हें सुंदर वस्त्र पहनाकर फूल आदि अर्पित करते हैं। इसके बाद कृष्ण जी को भोग लगाया जाता है और उस भोग को प्रसाद के रूप में बांटा जाता है।