घाटी में एक बार फिर कश्मीरी हिंदुओं के लिए सुरक्षित सीट का मुद्दा सामने आया है। ऑल इंडिया माइग्रांट कैंप्स कोआर्डिनेशन कमेटी ने कहा है कि कश्मीरी हिंदुओं की वास्तविक दिक्कतों को दूर करने के लिए सरकार गंभीर बने। इनके लिए कश्मीर की दो विधानसभा सीटों को आरक्षित किया जाए।

कश्मीरी हिंदुओं के लिए की गई मांग

कमेटी के प्रधान देस रतन ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि हाल ही में केंद्र सरकार ने कश्मीरी विस्थापितों के लिए विधानसभा की भले ही दो सीटें आरक्षित की हों, लेकिन इन सीटों के लिए सरकार ही दो लोगों को मनोनीत कर लेगी। हम चाहते हैं कि मनोनयन के बजाय सरकार कश्मीर की दो विधानसभा सीटें कश्मीरी हिंदुओं के लिए आरक्षित करे और उसको भरने के लिए चुनाव कराए।

कश्मीरी हिंदुओं की वहां की भूमि पर अतिक्रमण हो चुके हैं

आगे कहा कि कश्मीर की इन दो सीटों पर सभी पार्टियां कश्मीरी हिंदुओं को टिकट देंगी और चुनाव में जो जीतेगा, वही कश्मीरी हिंदुओं का प्रतिनिधित्व करेगा। इसलिए सरकार अपने फॉर्मूले में बदलाव करे। देस रतन ने कहा कि पिछले 30 वर्ष से कश्मीरी हिंदू परेशान हैं। घाटी में उसका घर, संपत्ति आदि छूट चुकी है। कश्मीरी हिंदुओं की वहां की भूमि पर अतिक्रमण हो चुके हैं। उनकी सुनवाई नहीं हो रही।