अभिभावकों का युवाओं से भावनात्मक रूप से जुड़ना आवश्यक

It is necessary for parents to connect emotionally with the youth.

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा सैनिक कल्याण मंत्री कर्नल डॉ. धनीराम शांडिल ने कहा कि युवाओं को नशे से दूर रखने के लिए अध्यापकों व अभिभावकों का बच्चों से भावनात्मक रूप से जुड़ना आवश्यक है। डॉ. शांडिल आज यहां सोलन ज़िला के कण्डाघाट की राजकीय उत्कृष्ट वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला में आयोजित वार्षिक समारोह को सम्बोधित कर रहे थे।
डॉ. शांडिल ने कहा कि बच्चों को नशे से दूर रखने के लिए अभिभावकों व शिक्षकों की अहम भूमिका है। उन्होंने अभिभावकों से आग्रह किया कि बच्चों को ऐसा वातावरण दें कि वह अपनी हर बात साझा कर सके। उन्होंने शिक्षकों व अभिभावकों से छात्रों की गतिविधियों पर नजर रखने को भी कहा तथा सभी लोगों से आग्रह किया कि वह समाज को नशे से बचाने के लिए आगे आएं।
उन्होंने कहा कि किसी भी विद्यालय में वार्षिक पारितोषिक वितरण उत्सव उसकी प्रगति का प्रतीक माना जाता है। विद्यालय में इस उत्सव का विशेष स्थान होता है। ऐसे कार्यक्रमों से बच्चों को भी आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलती है। उन्होंने बच्चों से आग्रह किया कि वह समाज की बेहतरी के लिए उन परिवर्तनों का माध्यम बने जो युवाओं की दृष्टि में सर्वाधिक महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि जब तक युवा अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए नियमित अभ्यास नहीं करेंगे तब तक जीवन में आगे नहीं बढ़ पाएंगे।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने शिक्षा क्षेत्र में सुधार के लिए कार्य कर रही है। विद्यालय स्तर से लेकर विश्वविद्यालय स्तर तक यह प्रयास किया जा रहा है कि छात्रों को गुणवत्तायुक्त शिक्षा मिले और नवीन पाठ्यक्रमों के माध्यम से वह बेहतर रोज़गार व स्वरोज़गार प्राप्त कर सकें।
डॉ. शांडिल ने कहा कि शिक्षण संस्थानों को निर्धारित मापदण्डों के अनुसार उत्कृष्ट संस्थान के रूप में विकसित किया जाएगा। इस वित्त वर्ष में 850 शिक्षण संस्थानों को उत्कृष्ट संस्थान के रूप में विकसित किया जाएगा। इनमें 500 प्राथमिक विद्यालय, 100 उच्च विद्यालय, 200 राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय तथा 50 राजकीय महाविद्यालय शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि प्रतिस्पर्धात्मक युग में आगे बढ़ने के लिए अंग्रेजी विषय का ज्ञान आवश्यक है। इसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए प्रदेश सरकार ने सभी सरकारी स्कूलों में प्रथम कक्षा से अंग्रेजी भाषा में शिक्षा उपलब्ध करवाने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि यह निर्णय बच्चों में आत्मविश्वास बढ़ाने में मील का पत्थर साबित होगा।
डॉ. शांडिल ने स्कूल में अतिरिक्त दो कमरों के निर्माण के लिए 10 लाख रुपए देने की घोषणा की। उन्होंने अपनी ऐच्छिक निधि से स्टेज के नजदीक ग्रीन रूम निर्माण के लिए प्रथम चरण में 1.50 लाख रुपए देने की घोषणा की।
उन्होंने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले बच्चों को ऐच्छिक निधि से 21 हजार रूपए देने की घोषणा भी की।
इस अवसर पर प्रधानाचार्य कुलदीप सूर्या ने स्कूल की वार्षिक रिपोर्ट पढ़ी और वार्षिक गतिविधियों तथा गत वर्ष अव्वल रहे छात्र-छात्राओं के बारे में अवगत करवाया।
इस अवसर पर स्कूली बच्चों द्वारा रंगारंग संस्कृति कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया गया।
डॉ. शांडिल ने इस अवसर पर लोगों की समस्याएं सुनी और इनके शीघ्र निपटारे के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए।
ग्राम पंचायत सिरीनगर की प्रधान राजविंदर कौर, बीडीसी सदस्य पुनीत शांडिल, कांग्रेस नेता रमेश ठाकुर, हिमाचल पथ परिवहन निगम निदेशक मण्डल के सदस्य अजय वर्मा, एसएमसी प्रधान देवेंद्र ठाकुर, पूर्व प्रधान गुरविंदर सिंह, एन.एस.यू.आई. के ज़िला अध्यक्ष कुशाग्र ठाकुर, उपमण्डलाधिकारी कण्डाघाट सिद्धार्थ आचार्य, उपनिदेशक निरीक्षण देशराज शारदा सहित अध्यापक, अभिभावक, छात्र व अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

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