यह कार्यक्रम संगीत और म्यूजोपैथी (मानसिक स्वास्थ्य पर संगीत का प्रभाव) की बुनियादी, मध्यम और उन्नत सीखने का मजबूत आधार देता है, साथ ही IKSMHA केंद्र के ज्ञान को भी शामिल करता है।इस कार्यक्रम को पूरा करने वाले लोगों को कई क्षेत्रों में काम करने के अच्छे अवसर मिलेंगे, जैसे कि शास्त्रीय, लोकप्रिय और फिल्मी संगीत उद्योग, संगीत रिकॉर्डिंग और निर्माण में विशेषज्ञता, शोध संस्थान, शिक्षा जगत, और स्वास्थ्य एवं तंदुरुस्ती क्षेत्र। इस कोर्स में टेक्नोलॉजी, संगीत और चिकित्सा का समावेश करके, विभिन्न क्षेत्रों में नई चीजें करने और नेतृत्व करने के लिए जरूरी समग्र कौशल विकसित किए जाते है
आईआईटी मंडी में स्थापित आईकेएसएमएचए केंद्र 2022 में स्थापित किया गया था। इसका नेतृत्व माननीय निदेशक प्रोफेसर लक्ष्मीधर बेहरा कर रहे हैं। यह केंद्र शरीर, मन और चेतना के आपसी संबंधों को समझने के लिए वैज्ञानिक शोध और शिक्षा पर ध्यान केंद्रित करता है। यह समझ भारत की ज्ञान प्रणाली पर आधारित है, जिसका मानव शरीर, मानसिक स्वास्थ्य और समग्रता पर गहरा प्रभाव पड़ता है।