युवाओं के भविष्य को लेकर शिक्षा उपनिदेशक ने जताई चिंता
आज के युवा मानसिक तनाव से जूझ रहे हैं और अपने मार्ग से भटकते जा रहे हैं। उनकी ऊर्जा का सही उपयोग नहीं हो पा रहा है, जिससे उनका भविष्य प्रभावित हो रहा है। इसे लेकर शिक्षा उपनिदेशक ने चिंता जताई और युवाओं को सही दिशा में प्रेरित करने की आवश्यकता पर जोर दिया। शिक्षा उपनिदेशक ने कहा कि भारत विश्व का सबसे युवा देश है और आने वाले समय में भारतीय युवा विश्वभर में अपनी सेवाएं देकर देश का नाम रोशन करेंगे। लेकिन वर्तमान समय में युवाओं का मानसिक तनाव बढ़ रहा है, जिससे वे अपने लक्ष्य से दूर होते जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि युवाओं को जागरूक करने और उनकी ऊर्जा को सही दिशा में लगाने की जरूरत है, ताकि वे अपने सपनों को साकार कर सकें और देश के विकास में योगदान दे सकें।
उन्होंने कहा कि मानसिक परेशानी से बचने के लिए युवाओं को अपनी क्षमता को पहचानने की जरूरत है। सही मार्गदर्शन और सकारात्मक सोच के जरिए वे अपनी ऊर्जा का सदुपयोग कर सकते हैं। शिक्षा उपनिदेशक ने युवाओं से अपील की कि वे आत्मविश्वास बनाए रखें, खुद को मानसिक रूप से मजबूत करें और अपने भविष्य के प्रति सचेत रहें।
उन्होंने कहा कि युवा शक्ति ही देश की असली ताकत है। अगर उनकी ऊर्जा को सही दिशा में लगाया जाए, तो भारत और हिमाचल प्रदेश के विकास को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया जा सकता है। इसलिए सभी युवाओं को चाहिए कि वे अपने लक्ष्य पर केंद्रित रहें, निराशा से बचें और अपने कौशल को निखारते हुए आगे बढ़ें।