IND vs WI: सेल्फिश हार्दिक पंड्या, धोनी और विराट के साथ खेलकर भी कुछ नहीं सीखा, इस घटिया हरकत की उम्मीद नहीं थी

IND vs WI: हार्दिक पंड्या की कप्तानी में वेस्टइंडीज के खिलाफ टीम इंडिया ने 7 विकेट से मैच को अपने नाम किया। टीम इंडिया को बेशक मैच में जीत मिली लेकिन हार्दिक पंड्या ने एक ऐसी हरकत की जिससे उनकी खूब आलोचना हो रही है।

Hardik Pandya
नई दिल्ली: वेस्टइंडीज के खिलाफ लगातार दो टी20 मैचों में मिली हार के बाद टीम इंडिया ने आखिरकार जीत का स्वाद चखा। पांच मैचों की सीरीज के तीसरे मुकाबले में टीम इंडिया ने 7 विकेट से दमदार जीत हासिल की। भारतीय टीम के लिए इस मैच में बल्लेबाजी में सूर्यकुमार यादव और तिलक वर्मा ने कमाल का दिखाया। आखिर में कप्तान हार्दिक पंड्या का एक कैमियो भी देखने मिला जिसमें वे 15 गेंद में 20 रन बनाकर नाबाद रहे। हार्दिक के बल्ले से ही टीम के लिए विनिंग शॉट निकला। उन्होंने तीसरे टी20 में भारत को छक्का जड़कर मैच जिताया लेकिन इसके बावजूद उनकी जमकर आलोचना हो रही है।
हार्दिक पंड्या को सेल्फिश तक कहा जरा है और कई हद ठीक भी माना जा सकता है। हार्दिक को लेकर कहा जा रहा है कि वह विराट कोहली और महेंद्र सिंह के साथ इतने लंबे समय तक खेले हैं लेकिन इसके बावजूद वह उनसे कुछ नहीं सीख पाए।

क्या है पूरा मामला?

दरअसल तीसरे टी20 मैच में मेजबान वेस्टइंडीज की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत के सामने जीत के लिए 160 रनों का लक्ष्य रखा था। दो मैचों में हार के बाद भारत के ऊपर सीरीज गंवाने का खतरा था। लक्ष्य का पीछा करने उतरी टीम इंडिया के ओपनर बल्लेबाज एक बार फिर नहीं चले और सस्ते में निपट गए। ऐसे में सूर्यकुमार यादव और तिलक वर्मा ने मिलकर भारतीय पारी को संभाला।

एक तरफ सूर्यकुमार यादव तेजी से रन बनाने में जुटे थे तो दूसरी ओवर तिलक वर्मा जो अपना तीसरा ही इंटरनेशल मैच खेल रहे हैं सूझबूझ के साथ उनका साथ निभा रहे थे। हालांकि सूर्यकुमार यादव 84 रन बनाकर आउट हो गए। इसके बाद कप्तान हार्दिक पंड्या बल्लेबाजी के लिए मैदान पर उतरे।

वहीं तिलकर वर्मा भी अपने अर्धशतक के करीब पहुंच गए थे। भारतीय टीम 160 रनों के लक्ष्य को आसानी से हासिल करती हुई दिख रही। हार्दिक ने भी आते ही कुछ आकर्षक शॉट लगाए। टीम इंडिया ने 17.4 ओवर में ही स्कोर की बराबरी कर ली थी जबकि तिलक वर्मा नॉन स्ट्राइक पर 49 रन बनाकर खड़े थे।

सभी को उम्मीद थी कि हार्दिक पंड्या ने रन नहीं लेंगे और ना ही कोई चौका छक्का मारेंगे क्योंकि तिलक वर्मा का अर्धशतक पूरा हो सकता था लेकिन हार्दिक ने ऐसा नहीं किया। 17वें ओवर की पांचवी गेंद पर हार्दिक ने छक्का जड़कर मैच को खत्म कर दिया। वहीं 49 रन बनाकर तिलक टक टक देखते रह गए। ऐसा भी नहीं था कि मैच बिल्कुल टाइट था और टीम इंडिया को एक ओवर में 15 या 20 रन बनाने थे। भारत के पास मैच जीतने के लिए पर्याप्त गेंदे बची हुई थी।

हालांकि टीम इंडिया को जीत मिली और तिलक के चेहरे पर खुशी थी लेकिन मन जरूर एक टीस रहा होगा कि उनका अर्धशतक पूरा हो सकता था। इसी कारण से हार्दिक पंड्या की खूब आलोचना हो रही है कि वह अपने जूनियर खिलाड़ियों के सामने कितने सेल्फिश बने।

विराट के लिए धोनी ने नहीं लिया था रन

यह घटना है साल 2014 टी20 विश्व कप जब महेंद्र सिंह धोनी ने विराट कोहली के लिए रन नहीं दौड़ा था। धोनी उस समय टीम के कप्तान थे। मुकाबला साउथ अफ्रीका के खिलाफ था। टीम इंडिया को 7 गेंद में सिर्फ एक रन की जरूरत थी और स्ट्राइक पर थे धोनी। वहीं कोहली 43 गेंद में 68 रन बनाकर खेल रहे थे। धोनी ने 19वें ओवर की आखिरी के गेंद पर एक भी रन नहीं लिया, क्योंकि वह चाहते थे कि कोहली के बल्ले से ही विनिंग शॉट आए क्योंकि मैच को उन्होंने ही भारत के लिए बनाया था। ऐसा हुआ भी धोनी ने बिना रन लिए 19वें ओवर को समाप्त किया और स्ट्राइक कोहली को दिया।

इस तरह विराट कोहली ने विनिंग शॉट लगाकर टीम इंडिया को जीत दिलाई थी। उस दौरान धोनी की खूब तारीफ हुई थी और कहा गया था कि वह कैसे अपनी विरासत को कोहली के हाथों में सौंप रहे हैं।

कोहली ने भी जीता था दिला

सिर्फ महेंद्र सिंह धोनी ही, नहीं विराट कोहली भी अपने साथी खिलाड़ी के लिए रन नहीं लेकर सबका दिल जीत लिया था। कोहली ने ऐसा इंडियन प्रीमियर लीग में किया था और उनके साथ क्रिस गेल 98 रन पर बैटिंग कर रहे थे। मुकाबला केकेआर के खिलाफ था और जीत के लिए आरसीबी को दो रन की जरूरत थी। कोहली चाहते थे कि क्रिस गेल अपना शतक पूरा करते हुए टीम इंडिया को जीत दिलाए।

इस बीच केकेआर के गेंदबाज ने वाइड गेंद डाल दी जिस पर विराट कोहली काफी निराश हो गए थे। इसके बाद अगली गेंद पर वह रन नहीं लिए और स्ट्राइक गेल को दिया। स्ट्राइक पर आते ही गेल ने शानदार चौका जड़ा और ना सिर्फ आरसीबी को जीत दिलाई बल्कि शतक भी पूरा किया। विराट कोहली ने अपने साथी खिलाड़ी के शतक पूरा कराने के लिए जो किया उसकी खूब तारीफ हुई थी।