मंडी
उपमंडल जोगिंदरनगर के अंतर्गत चौंतड़ा के सुखबाग में पांच दिवसीय महा सरस्वती मेले का शुभारंभ सरस्वती मंदिर सुखवाग में पूजा-अर्चना के साथ किया जिसमें देव धुन के साथ भव्य जलेब का आयोजन भी किया गया जिसमें क्षेत्र के कई देवताओं ने शिरकत की
मेला कमेटी के आयोजको का कहना है कि मेले हमारी संस्कृति के प्रतीक हैं और संस्कृति व विरासत में मिली इस अनूठी धरोहर को बनाए रखना हमारा कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि मेले मिलाप का साधन हैं और आज के इस युग में हम भागदौड़ में ही व्यस्त हैं। पुराने जमाने में मेले समाज में रिश्तेदारी का काम करते थे। उन्होंने लोगों का आह्वान किया कि मेलों के रूप में जो हमें विरासत मिली है उसको न केवल बचाना है बल्कि इस विरासत को निखारना भी हमारा कार्य है।