डेंगू के बढ़ते मामलों को देखते हुए जिला में क्रॉस बॉर्डर मीटिंग हुई आयोजित, पिछले साल के मुकाबले इस साल डेंगू के कम मामले आए सामने

डेंगू आमतौर पर मादा एडीज़ इजिप्टी मच्छर के काटने से फैलता है। ये खास तरह के मच्छर होते हैं, जिनके शरीर पर चीते जैसी धारियां पाई जाती हैं। ये मच्छर खासतौर पर सुबह के समय काटते हैं। डेंगू की तरह मलेरिया, चिकनगुनिया जैसी मच्छर से होने वाली बीमारियां आमतौर पर बरसात के दिनों और उसके बाद के महीने यानी जुलाई से अक्टूबर के बीच में तेज़ी से फैलती हैं। स्वास्थ्य चिकित्सा अधिकारी जिला सोलन डॉ अमित रंजन तलवार का कहना है कि पिछले साल के मुकाबले इस बार डेंगू के काफी कम मामले सामने आए हैं और अधिकतर डेंगू के मामले परमाणु बद्दी नालागढ़ से सामने आते हैं और अधिकतर जगह बद्दी नालागढ़ में फैक्ट्रियां बंद होने के चलते वहां डेंगू का मच्छर पनप रहा है उस पर अंकुश लगाने के लिए विभाग अब आगामी कार्यवाही अमल में लाने जा रहा है उनका कहना है कि गर्मी और खासकर बारिश के मौसम में मच्छर से होने वाली बीमारियां भी बढ़ जाती हैं। भारत के भी कई हिस्सों में डेंगू के मामले बढ़ते नज़र आ रहे हैं। डेंगू से संक्रमित होने पर प्लेटलेट्स की संख्या कम होने लगती है। इसलिए इस मौसम में अगर आपको बुख़ार आता है, तो डेंगू की जांच ज़रूर करा लें। डेंगू होने पर बुखार के अलावा सिर, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द भी होता है। इसके अलावा आंखों के पिछले हिस्से में दर्द, कमज़ोरी, भूख न लगना, गले में दर्द होना, मुंह का स्वाद खराब हो जाना और शरीर पर रैशेज़ जैसे लक्षण भी नज़र आ सकते हैं।