हिमाचल प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र 27 अगस्त से शुरू होने जा रहा है. इससे पहले पक्ष और विपक्ष ने भी अपनी कमर कस ली है. लिहाजा प्रदेश में सियासी पारा चढ़ने लगा है और आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज़ हो गया है. पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने बेरोजगारी और महंगाई के मुद्दे पर सरकार को घेरा है. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि 5 लाख नौकरियां का वायदा करने के बाद लगभग 2 साल के कार्यकाल में प्रदेश सरकार ने केवल अपने करीबी और चहेतों को कैबिनेट रैंक के साथ नौकरी दी है. वहीं प्रदेश का गरीब महंगाई के तले इस तरह दब गया है कि उठने की हालत में नहीं है
बेरोजगार शारीरिक शिक्षकों के मुद्दे के बहाने प्रदेश की कांग्रेस सरकार को घेरते हुए नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि विषय सिर्फ शारीरिक शिक्षकों के मुद्दे तक सीमित नहीं है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने सत्ता में आने से पहले 5 लाख नौकरियां का वादा किया था. 2 साल होने को आए हैं मगर अब तक प्रदेश सरकार पूर्व भाजपा सरकार के दौरान हुई प्रक्रियाओं के परीक्षा परिणाम निकाल कर वाह-वही लूट रही है. उन्होंने कहा कि शारीरिक शिक्षकों की लंबे समय से यह मांग रही है. उनकी ट्रेनिंग हुई है ऐसे में उन्हें पोस्ट क्रिएट करके नौकरी दी जानी चाहिए. शारीरिक शिक्षकों को आउटसोर्स पर नौकरी देने की बात कहना हैरानी की बात है. जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में बढ़ती हुई बेरोजगारी और कांग्रेस के वादों से प्रदेश के युवा खुद को ठगा-ठगा महसूस कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि अब तक सिर्फ अपने नजदीकी और खास लोगों को प्रदेश सरकार ने कैबिनेट दर्जे के साथ नौकरी दी है.