रामनवमी पर सैंकड़ों-हज़ारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे कालेश्वर महादेव, प्रशासन की व्यवस्था न के बराबर…

 

सहकारी गाड़ियां भी जाम की लम्बी कतारों में फसे रहे…

पुलिस प्रशासन का कोई भी कर्मचारी तैनात नही था…

 

Anchor: चैत्र नवरात्रों के समापन पर प्रसिद्ध तीर्थस्थल कालीनाथ कालेश्वर महादेव में प्रदेश में अलग अलग क्षेत्रों से हजारों की संख्या में आए श्रद्धालुओं ने भजन कीर्तन के साथ व्यास नदी तट पर की विधिवत पूजा अर्चना की। श्रद्धालुओं ने मंदिर में कन्याओं को फल आदि बांट उनका आशीर्वाद लिया।उसके बाद भगवान शिव मंदिर में माथा टेका व पंचतीर्थी में स्नान किया।

प्रशासन की तरफ से कोई भी कर्मचारी तैनात नही था। लोग व्यास नदी में ब्लैक स्पॉट में स्नान कर रहे जिससे अनहोनी घटना घटित हो सकती थी वही वाहनों की सैकड़ों आवाजाही का घण्टो तक जाम में लोग फंसे रहे। जिसमे सहकारी बाहन भी जाम की लम्बी कतारो में फसे रहे।

इस विषय पर डीएसपी ज्वालामुखी आरपी जसवाल का कहना है कि इसके बारे में हमे कोई जानकारी नही है हमारा कार्य वैशाखी मेले तक ही सीमित था।

मान्यता : चैत्र माह के शुक्ल पक्ष के नवमी तिथि के दिन चैत्र नवरात्रि का समापन होता है. इस दिन कन्या पूजन करने का विशेष महत्व माना गया है. कहते हैं कि कन्या पूजन करने से मां दुर्गा प्रसन्न होती हैं और सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देती हैं. नवरात्रि की शुरुआत में पहले दिन जौ बोए जाते हैं और कलश स्थापना की जाती है। नवरात्रि में पूरे नौ दिनों तक पूजा-पाठ किए जाते हैं और व्रत रखा जाता है. हरी-भरी जौ को लोग नदी या बहते जल में प्रवाहित कर देते हैं।