जिला मंडी में एचआरटीसी बस कंडक्टर की मनमानी के चलते लोगों को परेशानियों से रोजाना रूबरू होना पड़ रहा है. सरकाघाट के रखोटा पंचायत के लोग रात के अंधेरे में धक्के खाने को मजबूर हो गए हैं. दरअसल मंडी से वाया पतरांहण होकर एचआरटीसी की बस रखोटा के लिए आती है, लेकिन बस का कंडक्टर अपना घर आते ही आठ किलोमीटर दूर ही रखोटा की सवारियों को उतार देता है. जिसके चलते रात के समय आगे का सफर रखोटा के लोगों को खुद से ही तय करना पड़ता है.
8 KM पहले रोक देते हैं बस: रखोटा वासियों का कहना है कि रखोटा से 8 किलोमीटर पीछे दुर्गापुर में एचआरटीसी बस के कंडक्टर का घर है. लोगों ने आरोप लगाया कि कंडक्टर यह कहकर उन्हें बस से उतार देता है कि अब मेरा घर आ गया है और बस आगे नहीं जा सकती है. उन्होंने बताया कि बरसात में आपदा के चलते यह बस बंद हो गई थी और पिछले महीने से एचआरटीसी की बस रखोटा आना शुरू हुई थी, लेकिन बस के ड्राइवर और कंडक्टर बस को रखोटा ना पंहुचाकर दुर्गापुर में ही खड़ी कर देतें हैं. जबकि पंचायत की ओर से अपने स्तर पर इनके रहने व खाने की भी व्यवस्था रखोटा में की गई है.
रखोटा वासियों की मांग: रखोटा निवासी कश्मीर, अमर सिंह, रजनी देवी व प्यार चंद ने बताया कि पिछले 5 दिनों से यह बस रखोटा नहीं पहुंची है. लोगों का कहना है कि मंडी से रखोटा के लिए अंतिम और अगली सुबह 6:30 बजे मंडी के लिए यही एक मात्र बस है. बस के न आने से लोगों को टैक्सी कर भारी भरकम किराया देना पड़ रहा है. स्थानीय लोगों ने एचआरटीसी प्रबंधन से रखोटा के लिए रोजाना बस भेजने और कंडक्टर की मनमानी पर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग उठाई है.
वहीं, इस बारे में एचआरटीसी मंडी डिपो क्षेत्रीय प्रबंधक नरेंद्र शर्मा ने बात की गई तो उन्होंने बताया कि मंडी से यह बस शाम 4:45 पर रखोटा के लिए चलती है और सुबह 6:30 पर रखोटा से मंडी आती है. उन्होंने कहा कि अगर बस कंडक्टर इस तरह की मनमानी कर रहा है तो उसके खिलाफ प्रबंधन की ओर से एक्शन लिया जाएगा. उन्होंने आश्वासन दिया कि शनिवार से ही यह बस रोजाना रखोटा तक जाएगी और आने वाले समय में इस बस रूट को लेकर ग्रामीणों को कोई भी समस्या नहीं होगी.