HRTC में MA-B.Ed. दो महिला कंडक्टर, बच्चों की बेहतरीन शिक्षा लक्ष्य…

हिमाचल पथ परिवहन निगम (HRTC) की दो महिला परिचालक (Lady Conductor) एक मिसाल बनी हैं। दो वर्ष पहले कमीशन की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद निगम के सुंदर नगर डिपो (Sunder Nagar Depot) में भर्ती हुई थी। लाजमी तौर पर आपके जेहन में ये सवाल कौंधा होगा कि आखिर दो साल बाद चर्चा क्यों?

सुंदर नगर डिपो की दो महिला परिचालक

दरअसल, चंद रोज से निगम की महिला परिचालकों की तस्वीरें (Pictures) वायरल (Viral) हो रही थी, इसके बाद एमबीएम न्यूज़ नेटवर्क (MBM News Network) ने तथ्यों को खंगालना शुरू किया तो पता चला कि तस्वीरें सही है। साथ ही एक खास बात यह पता चली कि ये महिला परिचालक उच्च शिक्षित (Highly Qualified) है। निगम से मिलने वाले वेतन से न केवल ससुराल की आर्थिक स्थिति को मजबूत कर रही हैं, बल्कि बच्चों की बेहतरीन शिक्षा (Education) में भी योगदान दे रही हैं।

सेवारत महिला परिचालकों की विशेष बात यह है कि दोनों ने ही एमए (MA) के बाद बीएड (B.Ed.) की परीक्षा भी उत्तीर्ण की हुई हैं। महिला कंडक्टर शीला देवी ने पॉलिटिकल साइंस और अर्थशास्त्र में स्नातकोत्तर (Post Graduation) की पढ़ाई की हुई है। साथ ही नेट, सेट और टेट (NET, SET, TET) की परीक्षा भी उत्तीर्ण की हुई है। जबकि, ठंडापाणी की दुर्मती देवी ने एमए और बीएड की पढ़ाई की हुई है।

शीला देवी कहती हैं कि वह उप रोजगार कार्यालय सुंदरनगर में आउटसोर्स (Outsource) कर्मी  के रूप में भी कार्य कर चुकी हैं। इसके बाद परिवार वालों ने घर बैठने के बजाए नौकरी के लिए टैस्ट देने का सुझाव दिया। हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग (HPSSC) के माध्यम से बस कंडक्टर के पद का विज्ञापन प्रकाशित हुआ। आवेदन के बाद तैयारी  शुरू कर दी। प्रदेश में सात महिलाएं कंडक्टर के पद पर चयनित हुई। दुर्मती देवी की कहानी भी मिलती-जुलती है।

महिला कंडक्टर शीला देवी व दुर्मती देवी

दुर्मती देवी कहती हैं कि वह सुंदरनगर के लोकल रूट (Local Route) पर चलती हैं। इस दौरान बस के चालक और सवारियों से आदर व सत्कार मिलता है। बस स्टैंड में भी अधिकारी व कर्मचारी कार्य की प्रशंसा कर हौंसला बढ़ाते हैं। शीला की बेटी कॉलेज और बेटा स्कूल में शिक्षा ग्रहण कर रहा है, दुर्मती देवी का बेटा पॉलिटेक्निक (polytechnic) कॉलेज में पढ़ता है। बेटी सरस्वती विद्या मंदिर स्कूल में शिक्षा ग्रहण कर रही है।