सोलन के ऐतिहासिक ठोड़ो मैदान में आयोजित हिंदू सम्मेलन में हिंदू समाज की एकजुटता और जोश खुलकर देखने को मिला। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में हुए इस सम्मेलन में बड़ी संख्या में लोग जुटे और सनातन संस्कृति, राष्ट्रभाव और सामाजिक एकता के नारे गूंजे। मंच से वक्ताओं ने साफ संदेश दिया कि हिंदू समाज को जाति-पाति और आपसी मतभेदों से ऊपर उठकर संगठित होना होगा। सम्मेलन के दौरान यह भी कहा गया कि आज समाज को जागरूक करने की जिम्मेदारी केवल संगठनों की नहीं, बल्कि धार्मिक और सामाजिक मंचों से जुड़े लोगों की भी है।
सम्मेलन को संबोधित करते हुए साध्वी डॉ. प्राची और स्वामी गुरुविंदर सिंह महाराज ने जोशीले और कड़े शब्दों में अपने विचार रखे। साध्वी प्राची ने कहा कि आज कई कथा वाचक केवल मनोरंजन तक सीमित रह गए हैं, जबकि उन्हें समाज को चैतन्य करने, वीरता और बलिदान की प्रेरणा देने की आवश्यकता है। उन्होंने हिंदू समाज को एकजुट होने का आह्वान करते हुए मुसलमानों, लव जिहाद और गौ-तस्करी जैसे मुद्दों का उल्लेख किया और सतर्क रहने की बात कही। साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार से राष्ट्रहित में कड़े निर्णय लेने का आग्रह भी किया। वहीं, स्वामी गुरुविंदर सिंह महाराज ने कहा कि सनातन धर्म ही सह-अस्तित्व को स्वीकार करता है और इसके संरक्षण के लिए हिंदुओं का संगठित रहना समय की मांग है।