हिमाचल हाईकोर्ट को मिले तीन नए जज, 12 हुई न्यायाधीशों की संख्या

हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट (Himachal Pradesh High Court) को सोमवार को तीन नए जज (Judge) मिल गए हैं। नवनियुक्त जजों में दो वरिष्ठ अधिवक्ता और एक न्यायिक सेवा से हैं। वरिष्ठ अधिवक्ता रंजन शर्मा, बिपिन चंद्र नेगी व न्यायिक अधिकारी राकेश कैंथला ने प्रदेश हाईकोर्ट के नए जज के रूप में शपथ ली। राजभवन में सोमवार को आयोजित एक सादे व गरिमामय समारोह में राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला (Governor Shiv Pratap Shukla) ने इन्हें पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू (CM Sukhwinder Singh Sukhu), प्रदेश उच्च न्यायालय के चीफ जस्टिस एमएस रामचंद्र राव, उच्च न्यायालय के अन्य जज सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे। मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि प्रदेश हाईकोर्ट में तीन नए जजों की नियुक्ति से लंबित मामलों के निपटारे में मदद मिलेगी। हाईकोर्ट में सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम (Supreme Court Collegium) ने हाल ही में इन तीनों की नियुक्ति की सिफारिश की थी। इसके बाद केंद्र सरकार (Central government) के कानून एवं न्याय मंत्रालय ने बीते शुक्रवार को हिमाचल हाईकोर्ट में तीन नए न्यायाधीशों की नियुक्ति की अधिसूचना जारी की थी।

हाईकोर्ट में 12 हुई जजों की संख्या, चार पद अभी भी रिक्त

तीन नए जजों की नियुक्ति के साथ ही हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट में चीफ जस्टिस सहित जजों की कुल संख्या बढ़कर 12 हो गई है। हाईकोर्ट में जजों के कुल स्वीकृत पद 16 है यानी चार पद अभी भी रिक्त हैं।

नवनियुक्त जज रंजन शर्मा का जन्म 21 अगस्त 1968 को हुआ। वह कांगड़ा (Kangra) जिला के धर्मशाला के रहने वाले हैं। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा सरकारी स्कूल धर्मशाला से पूरी की। रोहतक विश्वविद्यालय (Rohtak University) से एलएलबी (LLB) की डिग्री हासिल की। 11 दिसंबर 1991 को एक वकील के रूप में नामांकित हुए थे। 29 मार्च 2019 को इन्हें हाईकोर्ट की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता का दर्जा दिया गया था। रंजन शर्मा अतिरिक्त महाधिवक्ता के रूप में भी कार्य कर चुके हैं।

नवनियुक्त जज बिपिन चंद्र नेगी का जन्म किन्नौर जिला के सांगला में हुआ। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा शिमला (Shimla) के सेंट एडवर्ड स्कूल और दिल्ली पब्लिक स्कूल आरके पुरम नई दिल्ली (RK Puram New Delhi) से की। इसके बाद श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स, दिल्ली विवि से बीए अर्थशास्त्र और हिमाचल विश्वविद्यालय से एलएलबी की। वह पिछले 28 सालों से वकालत कर रहे हैं। उन्हें 1994 में अधिवक्ता के रूप में नामांकित किया गया था। हाईकोर्ट ने उन्हें कई मामलों में न्याय मित्र नामित किया है। उन्हें कानून की विभिन्न शाखाओं का ज्ञान है। हाईकोर्ट व जिला अदालत में उपस्थित होते रहे हैं।

नवनियुक्त जज राकेश कैंथला का जन्म 23 मई 1968 को शिमला में हुआ। उन्होंने स्कूली शिक्षा डीएवी स्कूल, लक्कड़ बाजार शिमला से की। वर्ष 1991 में हिमाचल विवि से एलएलबी की। वह वर्ष 1991 में अधिवक्ता के रूप में नामांकित हुए। उनकी 7 अगस्त 1995 को न्यायिक सेवाओं में नियुक्ति हुई थी। इससे पहले राकेश कैंथला जिला एवं सत्र न्यायाधीश मंडी में सेवाएं दे रहे थे।