सोलन में खोला लग्ज़री सैलूनमहिला सशक्तिकरण केवल शब्दों तक सीमित नहीं रहना चाहिए, बल्कि इसे कार्यों में भी बदलना जरूरी है। सोलन की सरोज चौहान और मधु भाटिया ने इस सोच को हकीकत में बदलते हुए एक बेहतरीन लग्ज़री सैलून की शुरुआत कर मल्टी ब्रांड कंपनियों को चुनौती दी है। यह सैलून न केवल महिलाओं की सुंदरता को संवारने का केंद्र बना, बल्कि महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की प्रेरणा भी दे रहा है।सरोज चौहान और मधु भाटिया ने केवल एक व्यवसाय शुरू नहीं किया, बल्कि नौ युवतियों को विशेष प्रशिक्षण देकर उन्हें रोजगार भी प्रदान किया। उनका मानना है कि महिलाएं केवल उपभोक्ता नहीं, बल्कि सशक्त उद्यमी भी बन सकती हैं। इसी भावना को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने अपने सैलून का शुभारंभ सोलन की एसडीएम कविता बंसल से करवाया। उन्होंने कहा कि महिलाओं को समाज में एक अलग पहचान मिलनी चाहिए, ताकि वे आत्मनिर्भर बनकर अपने सपनों को साकार कर सकें। सरोज चौहान और मधु भाटिया का यह प्रयास अन्य महिलाओं के लिए भी प्रेरणा स्रोत बनेगा। उन्होंने यह साबित कर दिया कि अगर महिलाएं ठान लें, तो वे किसी भी क्षेत्र में सफलता की ऊंचाइयों को छू सकती हैं। यह पहल न केवल महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक बड़ा कदम है, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूती प्रदान करेगी।सैलून खुलने के बाद, ग्राहकों ने भी इसे हाथोंहाथ लिया। उन्होंने कहा कि पहले बेहतरीन सुविधाओं के लिए चंडीगढ़ जाना पड़ता था, लेकिन अब वही लक्जरी और आधुनिक सेवाएं सोलन में ही उपलब्ध हैं। इससे न केवल समय और पैसा बच रहा है, बल्कि स्थानीय महिलाओं को रोजगार भी मिल रहा है।