जिला बिलासपुर में आम की फसल को तेज हवाओं एवं तूफान के चलने से भारी क्षति पहुंची है l जिला बिलासपुर फलों की उत्पादकता के अनुसार 50% नाम की ही बागवानी होती है l बागवानों को आर्थिक तौर पर उम्मीद रहती है कि आम की फसल अच्छी होगी तो उनके परिवारों का साल भर का खर्चा निकल सकेगा लेकिन तेज हवाओं के चलने से इस बार आम की फसल को भारी क्षति पहुंची है l प्राप्त जानकारी के अनुसार जब आम की फसल पर बोर निकला था तो उसके उपरांत अकस्मात सर्दी बढ़ गई थी जिस कारण आपकी फसल को पहले ही मौसम की मार पड़ी थीl आम के पौधों पर फलों की अच्छी सेटिंग नहीं हो सकी थी l संबंधित विभाग के अनुसार गत वर्ष आपकी फसल के लिए ऑफ एयर था लेकिन इस बार ऑन ईयर और है l ऑन ईयर होने के चलते भी फसल की कम पैदावार होने के आसार नजर आ रहे हैं l बागवानो का कहना है कि अगर आम की फसल अच्छी होती है तो आम की खप्त के प्रति जिला बिलासपुर में उद्योग शून्य के समान है l बागवानों को आम बेचने की प्रति बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ता है l बाग़वानों ने आम के पौधों को काटना आरम्भ कर दिया है बाग़वानो ने प्रदेश सरकार से आग्रह किया है कि तेज हवाओं एवं तूफान के चलने से आम की फसल को क्षति पहुंची है उसका सर्वेक्षण करवाया जाएl l बाग़वानो को आम की बाग़वानी से विमुख नहीं होने के प्रति सकारात्मक कदम उठाया जाए ताकि बागवान आम का उत्पादन करने से विमुख न हो सके l इस संदर्भ बाग़वानी विभाग में कार्यरत उपनिदेशक माला शर्मा ने पुष्टि करते हुए बताया कि तेज हवाएं एवं तूफान चलने से जिला बिलासपुर में करीब 25 से 30% आम की फसल को नुकसान पहुंचा है l विभागीय तौर पर इस संदर्भ में सर्वेक्षण करवाया जा रहा है l सर्वेक्षण की फाइनल रिपोर्ट आने पर इसे उच्च अधिकारियों को प्रेषित कर दिया जाएगा l उन्होंने बताया कि जिला बिलासपुर में करीब 3800 हेक्टर भूमि पर आम की फसल की जाती है l गत वर्ष 3400 मेट्रिक टन आम की फसल हुई थी l इस चालू वर्ष में 4000 मेट्रिक टन आम की फसल होने का अनुमान लगाया गया था l लेकिन यह मौसम पर निर्भर करता है की बारिश होगी या नहीं होगी उसी के अनुसार ही आम की उत्पादकता हो पाएगी