Guju Ben Na Nasta: 3 बच्चे खोने के बाद भी नहीं डगमगाया हौसला, 78 साल की दादी ने 12 घंटे काम कर बनाया लाखों का बिजनेस

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2 जनवरी 2023 से सोनी टीवी पर मास्टरशेफ इंडिया सीज़न 7 ऑनएयर हो चुका है. करीब 2 साल बाद मास्टरशेफ के ऑडिशन कोलकाता, दिल्ली, मुंबई और हैदराबाद में हुए. जहां शेफ रणवीर बरार, विकास खन्ना के साथ पहली बार मिशेलियन स्टार गरिमा अरोड़ा भी कंटेस्टेंट्स के स्वाद को चख रही हैं. वहीं मुंबई में हुए ऑडिशन राउंड में 78 साल की दादी अपनी प्लेट में पात्रा को सजाकर शेफ्स के पास पहुंची. उन्हे देखकर तीनों ही जज काफी हैरान रह गए लेकिन वह कोई मामूली दादी नहीं बल्कि एक जानी-मानी यूट्यूबर निकली. जिनकी खाकरा रेसिपी देखकर शेफ गरिमा ने भी उनसे खाकरा बनाना सीखा है और तीनों शेफ्स उन्हें यूट्यूब पर फॉलो भी करते हैं.

कैसे शुरू हुआ Gujju Ben Na Nasta का सफर ?

 

जी हां, ये कोई और नहीं बल्कि मुंबई की रहने वाली उर्मिला आशेर हैं जिनका यूट्यूब पर ‘गुज्जू बेन ना नास्ता’ नाम से चैनल भी है. आज भले ही गुज्जू बेन देशभर में पॉपुलर हैं लेकिन उन्होंने अपने जीवन में बहुत संघर्ष किया है. उर्मिला बेन को दो बार दिल का दौरा भी पड़ा लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और 78 साल की उम्र में वह सफलता की सीढ़ियां लगातार चढ़ती ही जा रही हैं. मास्टरशेफ इंडिया सीज़न 7 में आना उनका एक सपना था जिसे उन्होंने साकार किया. उन्होंने जजों को बताया कि कैसे  Gujju Ben Na Nasta का सफर शुरू हुआ.

अपनों को खोने के बाद भी नहीं डगमगाया हौसला

गुज्जू बेन ने बताया कि जब वह केवल 18 साल की थीं तब उनकी शादी हो गई. 23 की उम्र में उनके तीन बच्चे हो गए लेकिन 78 साल की दादी ने कभी यह नहीं सोचा होगा कि उनकी आंखों के सामने ही वह अपने तीनों बच्चों को भगवान को प्यारा होते देखेंगी. 2.5 साल की उम्र में उनकी बेटी की मृत्यु हो गई इसके कुछ सालों बाद उनके बड़े बेटे की मौत ब्रेन ट्यूमर की वजह से हो गई. इतना ही नहीं उनका दूसरा बेटा भी कुछ समय बाद दुनिया को अलविदा कहकर चला गया. उस वक्त 78 साल की दादी पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी. उस वक्त परिवार की माली हालत बहुत खराब थी इसलिए दादी 3-4 घरों में जाकर खाना बनाने लगी और अपने परिवार का पेट पालने लगी.

78 साल की उर्मिला आशेर ने शुरू किया बिजनेस

 

उर्मिला बेन के पोते हर्ष आशेर ने साल 2012 में एमबीए किया और वह एक टूरिज्म कंपनी में काम करने लगे. जब उनके घर की माली हालत थोड़ी ठीक हो गई तो हर्श ने जॉब छोड़कर गिफ्टिंग प्रोडक्ट्स का कारोबार शुरू कर दिया, जिसमें कमाई भी अच्छी होने लगी. लेकिन एक बार फिर किस्मत ने गुज्जू बेन का इम्तिहान लिया साल 2019 में उनके पोते हर्ष का एक्सीडेंट हो गया जिसमें उनके होंठ का निचला हिस्सा कट गया. दुर्घटना के बाद हर्ष काफी सालों तक घर पर ही रहे और उनका बिजनेस में बंद हो गया.

Gujju Ben na Nasta  ने कमाए 45 लाख रुपये 

Instagram/gujjubennanastaInstagram/gujjubennanasta

फिर साल 2020 में कोरोना वायरस की वजह से देशभर में लॉकडाउन लग गया, जिसके चलते सभी लोग घरों में कैद हो गए. एक दिन जब हर्ष की दादी हमेशा की तरह अचार बना रही थीं तब हर्ष को आइडिया आया और वहां से जन्म हुआ  Gujju Ben na Nasta का. पहले हर्ष ने दादी के अचार को ऑनलाइन बेचना शुरू किया. अचार की हाथों-हाथ सेल हो गई. अचार ने उर्मिला आशेर की किस्मत ही बदल दी और उन्हें एक दिन में 20-25 अचार के ऑर्डर मिलने लगे. बढ़ते बिजनेस को देखते हुए दादी-पोते ने मिलकर मुंबई में Gujju Ben na Nasta नाम की एक दुकान खोल दी, जहां पर आपको 78 साल की दादी के हाथ का बना चिप्स, अचार, कुकीज और गुजराती स्नैक्स उपलब्ध हो जाएगा.

गुज्जू बेन के लिए उम्र केवल एक संख्या है

Instagram/gujjubennanastaInstagram/gujjubennanasta

बढ़ती मांग के चलते साल 2021 में हर्ष ने दादी का एक यूट्यूब चैनल बना दिया, जहां दादी अपने गुजराती स्नैक्स और आचार की रेसिपी शेयर करने लगी और देखते ही देखते उनका चैनल Gujju Ben na Nasta को लाखों लोग फॉलो करने लगे. उर्मिला आशेर के पोते हर्ष ने TEDx में बताया था कि एक साल के अदंर ही उन्होंने 45 लाख रुपये का रेवेन्यू कमा लिया था. आज गुज्जू बेन के नाश्ते की भारत ही नहीं बल्कि विदेशों में भी काफी मांग है लेकिन अभी डिमांड को पूरा नहीं किया जा सकता है. इसलिए गुज्जू बेन के पोते हर्ष अपनी दादी के अचार और गुजराती स्नैक्स को Amazon, Flipkart बेचने की प्लानिंग कर रहे हैं. दादी रोजाना 12 से 14 घंटे आज भी काम करती हैं और उनके लिए उम्र केवल एक संख्या है.