शिक्षा सचिव ने उच्च शिक्षा विभाग को राज्य के सरकारी डिग्री कॉलेज (Degree College) की रैंकिंग अपने स्तर पर करने के निर्देश दिए हैं। इसके लिए एक क्राइटेरिया (Criteria) बनाया गया है। वर्तमान में राज्य में 134 डिग्री कॉलेज हैं, जिनमें 115000 छात्र छात्राएं शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। इन सभी कॉलेजों की स्टेट रैंकिंग क्राइटेरिया के हिसाब से होगी। कॉलेज का रिजल्ट कैसा है? एनरोलमेंट कैसी है? मैगजीन प्रकाशित होती है या नहीं? कितनी कांफ्रेंस आयोजित की गई? लाइब्रेरी (Library) में कितनी सुविधा छात्रों के लिए है और राज्य सरकार की ओर से दिया गया बजट कितना खर्च किया गया। इत्यादि बिंदुओं के आधार पर यह रैंकिंग होगी।
इसके बाद सचिवालय या निदेशालय की एक टीम इन कॉलेजों का दौरा करेगी और इस असेसमेंट को वेरीफाई करेगी।
स्टेट रैंकिंग में ऐसे बिंदु नहीं लिए जाएंगे, जो कॉलेज प्रिंसिपल के क्षेत्राधिकार से बाहर के हैं। जैसे फैकल्टी का स्टाफ। जो कॉलेज इस रैंकिंग में अच्छा परफॉर्म करेंगे, उन्हें अतिरिक्त ग्रांट देने की व्यवस्था नए बजट में की जा सकती है। जुलाई से शुरू हो रहे नए शिक्षा सत्र से पहले इस प्रक्रिया को पूरा करना होगा। शिक्षा सचिव ने इसके साथ ही नैक एक्रीडिटेशन (
NAAC Accreditation) के लिए भी 76 डिग्री कॉलेज़ों को तुरंत आवेदन करने के लिए कहा है। 22 डिग्री कॉलेज ऐसे हैं, जिनके पास पहले यह एक्रीडिटेशन थी, लेकिन यह लैप्स हो गई है। नैक 5 साल की अवधि के लिए एक्रीडिटेशन देता है और 6 महीने पहले दोबारा से इसके लिए आवेदन करना पड़ता है। बाकी 30 डिग्री कॉलेज के पास वर्तमान में यह एक्रीडिटेशन है। इन्हें भी समय रहते रिन्यू करने के लिए आवेदन करने को कहा गया है।