सोलन के आश्रय गो सदन में गोपाष्टमी का पर्व धूमधाम एवं श्रद्धा के साथ मनाया गया। इस अवसर पर गौशालाओं में आए लोगों ने गो पूजा और हवन भी किया। वहीँ गायों की सेवा कर अपने मंगल भविष्य की कामना भी की। ऐसी मान्यता है कि भगवान कृष्ण ने इस तिथि पर पहली बार गायों को चराया था। हिंदू धर्म में गाय को बहुत ही पूजनीय माना गया है। इसमें 33 कोटि देवताओं को वास होता है। गाय का पूजन करने से सभी तरह के सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। यह भी माना जाता है कि गौमाता की निरंतर सेवा से मानव जीवन को मोक्ष की प्राप्ति होती है। इस लिए आज के दिन गौ सदन में यज्ञ का आयोजन हुआ शहर वासियों ने आ कर गाय की सेवा की .
आश्रय गो सदन के पदाधिकारियों ने बताया कि गौ सदन में करीबन 152 गौ वंश है जिनकी देखभाल उनके द्वारा की जाती है। आज विशेष तौर में इन गौ वंशों की पूजा अर्चना की जा रही है और गोपाष्टमी का त्यौहार धूम धाम से मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि गौ के स्पर्श से ही शरीर में सकारात्मक ऊर्जा आ जाती है। उन्होंने कहा कि गौ वंशों का गौ सदन में विशेष ख्याल रखा जाता है उन्हें किसी भी तरह से परेशानी न हो यह भी प्रयास रहता है। वह इस मौके पर सभी शहर वासियो को गोपाष्टमी की बधाई देते है।