देश के सीमावर्ती क्षेत्रों को विकसित और पुनर्जीवित करने के उद्देश्य से केंद्र सरकार ने “विकसित वाइब्रेंट विलेज कार्यक्रम” की शुरुआत की है। यह कार्यक्रम युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय के नेतृत्व में और गृह मंत्रालय के समन्वय से क्रियान्वित किया जा रहा है। इसकी जानकारी नेहरू युवा केंद्र, सोलन के अधिकारी अनुराग यादव ने मीडिया को दी।
अनुराग यादव ने बताया कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य भारत के सुदूरवर्ती गांवों, विशेषकर सीमावर्ती इलाकों को सामाजिक और आर्थिक रूप से मजबूत करना है। इसमें स्थानीय शासन निकायों और भारत-तिब्बत सीमा पुलिस का सहयोग लिया जाएगा, जिससे युवाओं को राष्ट्र निर्माण की प्रक्रिया में सीधे तौर पर जोड़ा जा सके।
उन्होंने बताया कि यह कार्यक्रम विशेष रूप से लेह-लद्दाख, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के सीमावर्ती क्षेत्रों में केंद्रित रहेगा। इन क्षेत्रों के युवाओं को नेतृत्व, सामाजिक सेवा और सामुदायिक विकास से जुड़ी गतिविधियों में भाग लेने का अवसर मिलेगा।
अनुराग ने सोलन जिला के युवाओं से अनुरोध किया गया है कि वे इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए नेहरू युवा केंद्र सोलन से संपर्क करें या निर्धारित प्रक्रिया के तहत आवेदन करें। यह पहल न केवल युवाओं को सशक्त बनाएगी बल्कि सीमावर्ती गांवों को भी नई दिशा देने का कार्य करेगी।