सोलन, 21 मार्च 2025 – एचडीएफसी बैंक की दाड़लाघाट शाखा में हुए गोल्ड लोन फर्जीवाड़े में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी साहेब मोंडल को पुलिस ने मुंबई से हिरासत में लिया और अदालत में पेश कर उसे पांच दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
क्या है पूरा मामला?
30 जून 2024 को HDFC बैंक के क्रेडिट इंटेलिजेंस विभाग के एरिया मैनेजर अमिताभ शर्मा ने पुलिस थाना दाड़लाघाट में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। शिकायत के अनुसार, गौतम भौमिक नामक व्यक्ति ने 21 मार्च 2023 को बैंक से 4,21,000 रुपये का गोल्ड लोन लिया था। इस लोन के लिए उसने सोने के आभूषण गिरवी रखे थे।
लोन स्वीकृत होने के बाद बैंक ने सूचीबद्ध स्वर्ण परखकर्ता साहेब मोंडल से गिरवी रखे गए आभूषणों की शुद्धता का मूल्यांकन कराया। आरोप है कि साहेब मोंडल ने बैंक के दाड़लाघाट शाखा प्रबंधक योगेंद्र चौहान और गौतम भौमिक के साथ मिलकर नकली आभूषणों को असली घोषित कर दिया।
कैसे हुआ खुलासा?
बैंक ऑडिट के दौरान आभूषणों की शुद्धता संदिग्ध पाई गई। 20 जनवरी 2024 को नोटरी पब्लिक की उपस्थिति में इन आभूषणों को दोबारा जांचा गया। जांच में पाया गया कि बैंक के पास गिरवी रखी गई 11 चूड़ियों में से 4 नकली थीं। पुनर्मूल्यांकन में इन आभूषणों का मूल्य 1,44,600 रुपये पाया गया, जबकि साहेब मोंडल ने 4,21,208.72 रुपये का मूल्यांकन किया था।
मुख्य आरोपी गिरफ्तार, अन्य पर भी होगी कार्रवाई
जांच के दौरान पुलिस ने 19 मार्च 2025 को मुंबई से साहेब मोंडल को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी को अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे 5 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस अब उसके आपराधिक रिकॉर्ड की जांच कर रही है। वहीं, इस धोखाधड़ी में शामिल अन्य आरोपी गौतम भौमिक और बैंक मैनेजर योगेंद्र चौहान के खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई जारी है।
पुलिस का कहना है कि मामले की गहराई से जांच की जा रही है और जल्द ही अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार किया जाएगा।