सनातन धर्म की अलख जगाने के लिए जून माह के दौरान पिछले काफी वर्षों से भगवान कृष्ण की रासलीला सोलन में आयोजित की जा रही है। जिसे देखने के लिए महिलाएं दूर दूर से आती हैं और भगवान कृष्ण के संग नाचती गाती हैं। वृंदावन से आई टीम भगवान कृष्ण के भेष में सभी को आशीर्वाद देते हैं। उनके साथ आई गोपियां भी रास लीला के विभिन्न दृश्यों को भक्तों के समक्ष प्रस्तुत करती हैं। उनके पहरावे और हाव भाव को देख कर ऐसा प्रतीत होता है कि भगवान कृष्ण स्वयं हिमाचल में प्रकट हो चुके है। उपस्थित महिलाऐं भी भाव विभोर हो कर इस रासलीला में लीन दिखाई देती हैं।
अधिक जानकारी देते हुए समाज सेवक स्वदेश चंद्र गॉड ने बताया कि धन के अभाव के कारण कई भक्त वृन्दावन नहीं जा पाते है। उन्हें सोलन में ही वृंदावन का अहसास दिलाने के लिए यह कार्यक्रम काफी वर्षों से आयोजित किया जा रहा है। वहीं उन्होंने बताया कि आज के समय में विदेशी लोग सनातन धर्म को अपना रहे है वृन्दावन आ कर वह भगवान कृष्ण का आशीर्वाद ले रहे है और उनकी भक्ति में लीन पाए जाते है लेकिन विडंबना है कि भारत के युवा पाश्चात्य संस्कृति में खोते जा रहे है और पथ भ्र्ष्ट हो चुके है। उनमें भी सनातन धर्म की जानकारी देने के लिए भगवान कृष्ण की लीलाओं को दिखाया जा रहा है जिसमें वह कामयाब भी हो रहे है।