चंडीगढ़-मनाली हाईवे पर मंडी के पास डेहर गांव में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। गांववासियों ने अपनी सड़क पर एक बड़ा गेट लगाकर बाहरी वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी है। जो वाहन इस रास्ते से मंडी जाने के लिए शॉर्टकट लेते थे, उन्हें अब वापस लौटना पड़ रहा है। गांव वालों का कहना है कि यह फैसला उन्होंने बाहरी लोगों की आवाजाही पर नियंत्रण रखने के लिए लिया है, लेकिन सवाल उठता है – क्या उन्होंने प्रशासन की अनुमति ली है? रविवार को इसी मुद्दे पर गांववासियों और राहगीरों के बीच कहासुनी हो गई, जो हाथापाई तक पहुंच गई। इसके बावजूद गांववाले अड़े रहे और गेट नहीं खोला।अगर इस तरह हर गांव गेट लगाकर रास्ते बंद करने लगे तो यातायात व्यवस्था पूरी तरह चरमरा जाएगी। यह केवल एक गांव की बात नहीं, बल्कि एक बड़ी प्रशासनिक चुनौती बन सकती है। अब देखना होगा कि प्रशासन इस पर क्या कदम उठाता है। क्या जनता के लिए बनी सड़कें गांव की निजी संपत्ति बन जाएंगी? या फिर कानून व्यवस्था का राज कायम रहेगा?