देश की राजधानी नई दिल्ली में जी-20 शिखर सम्मेलन (G20 Summit 2023) की तैयारियां ज़ोर-शोर से चल रही है. विदेशी मेहमानों को किसी भी तरह की परेशानी न हो इसके लिए केन्द्र सरकार, और राज्य सरकार जीतोड़ मेहनत कर रही है. दिल्ली जी20 शिखर सम्मेलन शनिवार, 9 सितंबर से रविवार, 10 सितंबर के बीच होगा.
दिल्ली के प्रगति मैदान में ‘भारत मंडपम’ (Bharat Mandapam, Pragati Maidain G20 Summit 2023) में G-20 सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा. अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन (US President Joe Biden) समेत दुनियाभर के दिग्गज नेता इसमें शामिल होंगे. G-30 सदस्य देशों के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री समेत अन्य विदेशी मेहमान भी दिल्ली में होंगे.
G20 Summit 2023: क्या खुला रहेगा, और क्या बंद? हर सवाल का जवाब यहां हैं:
देश की राजधानी नई दिल्ली में शुक्रवार, 8 से रविवार, 10 सितंबर के बीच छुट्टी होगी. गुरुवार 7 सितंबर को जन्माष्टमी की भी छुट्टी है. शुक्रवार, 8 से रविवार, 10 सितंबर के बीच दिल्ली ज़िले के बैंक, वित्तीय संस्थान, कमर्शियल प्रतिष्ठान, रेस्त्रां, अन्य व्यवसाय बंद रहेंगे. दिल्ली सरकार के सभी सरकारी दफ़्तर, स्कूल, कॉलेज एवं सभी शैक्षणिक संस्थान तीन दिनों तक बंद रहेंगे.
कनॉट प्लेस, खान मार्केट, मालचा मार्ग, शंकर मार्केट, जनपथ मोहन सिंह प्लेस और पालिका बाज़ार जैसे कई मार्केट सम्मेलन के दौरान बंद रहेंगे. नॉर्थ देल्ही म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन (NDMC) के अंडर आने वाले सभी बाज़ार, मॉल बंद रहेंगे. इसके बाहर के क्षेत्रों पर कोई पाबंदी नहीं लगाई गई है. सुप्रीम कोर्ट भी शुक्रवार, 8 सितंबर से रविवार, 10 सितंबर तक बंद रहेगा.
कौन सी ज़रूरी सेवाएं खुली रहेंगी? (G20 Summit: What Will Remain Open)
G20 Summit के दौरान दिल्ली में अस्पताल, दवाई की दुकानें, दूध की दुकानें जैसी सभी ज़रूरी सेवाओं की दुकानें खुली रहेंगी. ये भी कहा जा रहा है कि होटलों के बार और रेस्टोरेंट बंद नहीं किए जाएंगे. कचरा, खानपान, हाउसकीपींग जैसी ज़रूरी सेवाओं वाले वाहनों पर भी प्रतिबंध नहीं लगाया गया है. भारी वाहनों को वैसे तो नई दिल्ली की सीमा पर ही रोक दिया जाएगा, लेकिन इमरजेंसी वाहनों को एंट्री दी जाएगी. प्राइवेट गाड़ियों को दिल्ली में एंट्री के लिए NDMC से परमिशन लेना पड़ेगा.
क्या मेट्रो सेवाएं बंद रहेंगी (G-20 Summit 2023 Metro Service Restrictions)
अगर आपके मन में भी सवाल है कि जी 20 शिखर सम्मेलन के दौरान दिल्ली में मेट्रो सेवाएं चालू रहेंगी, या नहीं तो बता दें कि सुप्रीम कोर्ट मेट्रो स्टेशन के प्रवेश और निकास द्वार शनिवार, 9 सितंबर से रविवार, 10 सितंबर तक सुबह 5 बजे से रात के 11 बजे तक बंद रहेंगे. जबकि मेहमानों की आवाजाही को देखते हुए कुछ समय के लिए राजीव चौक, केन्द्रीय सचिवालय, सुप्रीम कोर्ट, खान मार्केड, मंडी हाउस जैसे मेट्रो स्टेशन्स के प्रवेश और निकास द्वार बंद किए जा सकते हैं.
G-20 सम्मेलन को लेकर ट्रैफिक एडवाइज़री जारी (G-20 Summit Traffic Advisory)
जी 20 सम्मेलन को देखते हुए दिल्ली ट्रैफ़िक पुलिस ने ट्रैफिक एडवाइज़री जारी की है. दिल्ली में कुछ रास्तों पर 7 सितंबर से पाबंदियां लगाई जाएंगी. 7 सितंबर की रात से ही दिल्ली में कमर्शियल गाड़ियों की आवाजाही पर रोक लगाई जाएगी. NDMC एरिया में बसों की आवाजाही बंद रहेगी.
ट्रैफ़िक पुलिस ने रेगुलेटेड और कंट्रोल्ड ज़ोन्स के ज़रिए सफ़र न करने की हिदायत दी है. इनके बजाए अल्टर्नेट रूट्स सुझाए गए हैं.
नॉर्थ साउथ कॉरिडोर : रिंग रोड-आश्रम चौक-सराय काले खां-दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे-नोएडा लिंक रोड-पुस्ता रोड-युधिष्ठिर सेतु- ISBT कश्मीरी गेट-रिंग रोड-मजनूं का टीला
एम्स चौक-रिंग रोड-धौला कुआं-रिंग रोड-ब्रार स्क्वेय-नरैना फ्लाइओवर-राजौरी गार्डन जंक्शन-रिंग रोड-पंजाबी बाघ जंक्शन-रिंग रोज- आज़ादपुर चौक
ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर: सन डायल/डीएनडी फ्लाइओवर-रिंग रोड-आश्रम चौक-मूलचंद अंडरपास-एम्स चौक-रिंग रोड-धौला कुआं-रिंग रोड-ब्रार स्क्वेयर-नरैना फ्लाइओवर
युधिष्ठिर सेतु-रिंग रोड-चांदगी राम अखाड़ा-मॉल रोड-आज़ादपुर चौक-रिंग रोड-लाला जगत नारायण मार्ग
रेल यात्रियों के लिए एडवाइज़री (G 20 Summit 2023 Railway Travellers Advisory)
रविवार, 10 सितंबर को रात के 1 बजे से दोपहर के 1 बजे तक, अजमेरी गेट की तरफ़ से नई दिल्ली रेलवे स्टेशन जाने वालों पर प्रभाव पड़ेगा. पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन जाने वाले यात्रियों को सूचित किया जाता है कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी रोड भी इस दौरान बाधित होगा. हज़रत निज़ामुद्दीन स्टेशन जाने वालों से निवेदन है कि वो मेट्रो का उपयोग करें.
अगर आपको सड़क मार्ग से जाना पड़ रहा है तो ट्रैफ़िक पुलिस द्वारा बनाया गए नॉर्थ-साउथ और ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर को चुनें. वहीं अगर आप हवाई यात्रा करने वाले हैं तो बता दें कि फ़्लाइट यात्रियों से एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन का उपयोग करने का निवेदन किया गया है. शुक्रवार, 7 सितंबर रात के 11:59 बजे से रविवार, 10 सितंबर के बीच IGI एयरपोर्ट जाने वाले रास्ते बाधित होंगे.
क्या बस, ऑटो रिक्शा, टैक्सी बंद रहेंगे? (Buses, Auto Rickshaw, Taxis Be Available?)
ऑटो रिक्शा, टैक्सी न्यू देल्ही डिस्ट्रीक्ट के बाहर चलेंगे. न्यू देल्ही डिस्ट्रीक्ट में प्रवेश करने वाले टैक्सी, ऑटो रिक्शा को तभी एंट्री मिलेगी जब वो वैलीड होटल बुकिंग्स दिखाएंगे. ऑथोराइज़्ड व्हीकल्स, ज़रूरी सेवाएं मुहैया करने वालों के पास भी पहचान पत्र का होना अनिवार्य है. नई दिल्ली के रिंग रोड, रिंग रोड के बाहर और नई दिल्ली की सीमाओं तक बसें चलेंगे. इन बसों को दिल्ली से बाहर निकलने की इजाज़त दी जाएगी. दिल्ली ट्रैफ़िक पुलिस की पूरी एडवाइज़री यहां पढ़ी जा सकती है. https://traffic.delhipolice.gov.in/dtpg20info/traffic.html
G2O सम्मेलन क्या है, भारत में इसका आयोजन क्यों? (What is G20 Summit 2023)
1999 में जी 20 का गठन किया गया था, इसे ग्रुप ऑफ़ ट्वेंटी भी कहते हैं. यूरोपियन यूनियन के देशों और दुनिया के 19 देशों का समूह यानि ग्रुप है. हर साल जी 20 शिखर सम्मेलन में इन देशों के नेता इकट्ठा होते हैं और वैश्विक अर्थव्यवस्था को बढ़ाने पर चर्चाएं करते हैं. भारत वर्तमान समय में G-20 देशों के समूह का अध्यक्ष है, इसलिए भारत में इसका आयोजन हो रहा है.
जी 20 का गठन आखिर क्यों किया गया, इसकी जरूरत क्यों? (Why G20 Was Formed)
एशियाई वित्तीय संकट के बाद ये चर्चा का मंच बनाया गया. पहले ये वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक के गवर्नरों का संगठन था. पहला सम्मेलन दिसंबर 1999 में बर्लिन, जर्मनी में हुआ. 2008 के वैश्विक मंदी के बाद जी 20 को शीर्ष नेताओं के संगठन में बदला गया. ये तय किया गया कि साल में एक बार जी 20 राष्ट्र के नेताओं की बैठक की जाएगी.
दुनिया के कौन-कौन से देश जी 20 के सक्रिय सदस्य हैं? (G20 Member Countries)
ग्रुप ऑफ़ ट्वेंटी में 19 देश- अर्जेंटीना, अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्किये, यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोपियन यूनियन शामिल हैं.
जी 20 की कार्यशैली और उद्देशय क्या? (How To G20 Works And Its Objectives?)
G20.org के मुताबिक, G20 अध्यक्षता के तहत एक वर्ष के लिए G20 एजेंडा का संचालन किया जाता है और शिखर सम्मेलन का आयोजन किया जाता है. G20 में दो समानांतर ट्रैक होते हैं: वित्त ट्रैक और शेरपा ट्रैक. वित्त मंत्री और सेंट्रल बैंक के गवर्नर वित्त ट्रैक का नेतृत्व करते हैं जबकि शेरपा ट्रैक का नेतृत्व शेरपा करते हैं.
शेरपा पक्ष की ओर से G20 प्रक्रिया का समन्वय सदस्य देशों के शेरपाओं द्वारा किया जाता है, जो नेताओं के निजी प्रतिनिधि होते हैं. वित्त ट्रैक का नेतृत्व सदस्य देशों के वित्त मंत्री और सेंट्रल बैंक गवर्नर करते हैं. दो ट्रैक के भीतर, विषयगत रूप से उन्मुख कार्य समूह हैं जिनमें सदस्यों के संबंधित मंत्रालयों के साथ-साथ आमंत्रित/अतिथि देशों और विभिन्न अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधि भाग लेते हैं (वित्त ट्रैक मुख्य रूप से वित्त मंत्रालय के नेतृत्व में है). ये कार्य समूह प्रत्येक अध्यक्षता के पूरे कार्यकाल में नियमित बैठकें करते हैं.
G20 के मूल कार्य का समन्वय कौन करता है? (Who Coordinates Work of G20?)
शेरपा वर्ष के दौरान हुई वार्ता का पर्यवेक्षण करते हैं, शिखर सम्मेलन के लिए एजेंडा आइटम पर चर्चा करते हैं और G20 के मूल कार्य का समन्वय करते हैं. इसके अलावा, ऐसे सम्पर्क समूह हैं जो G20 देशों के नागरिक समाजों, सांसदों, विचार मचों, महिलाओं, युवाओं, श्रमिकों, व्यवसायों और शोधकर्ताओं को एक साथ लाते हैं. इस समूह का कोई स्थायी सचिवालय नहीं है. इसकी अध्यक्षता ट्रोइका द्वारा समर्थित है. भारत की अध्यक्षता के दौरान, ट्रोइका में क्रमशः इंडोनेशिया, भारत और ब्राजील शामिल होंगे.
ट्रोइका क्या है, वर्तमान में इसमें कौन-कौन है? (What Is Troika, Who Is currently In It)
जो देश वर्तमान में G20 की अध्यक्षता करता है, वह पिछले और अगले अध्यक्ष पद ग्रहण करने वाले देश के साथ मिलकर ट्रोइका का निर्माण करता है. ऐसा इसलिए किया जाता है ताकि एजेंडे की निरंतरता बनी रहे. ट्रोइका में पिछले, वर्तमान और आगामी वर्ष में अध्यक्ष पद को ग्रहण करने वाले देश शामिल होते हैं
इस बार जी 20 सम्मेलन 2023 की थीम क्या है? (G-20 Summit 2023 Theme)
भारत की अध्यक्षता में हो रहे जी 20 सम्मेलन 2023 का थीम ‘वसुधैव कुटुंबकम’ या ‘एक पृथ्वी-एक कुटुंब-एक भविष्य’ है. यह थीम सभी प्रकार के जीवन मूल्य और पृथ्वी और ब्रह्मांड में उनके परस्पर संबंधों की पुष्टि करती है.