सोलन में देवभूमि क्षेत्रीय संगठन द्वारा प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता संस्थापक अध्यक्ष रुमीत सिंह ठाकुर ने की। उन्होंने प्रदेश सरकार के चेतावनी दी कि वह खेतों में पड़ी लकड़ी को उठाने दें अन्यथा किसान और बागवान सड़कों पर उतरेंगे और सरकार का डट कर विरोध करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने पहले किसानों को पेड़ काटने की अनुमति दी और जब उन्होने पेड़ काट दिए तो अब उसे ट्रांसपोर्ट करने की अनुमति पर बैन लगा दिया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार का यह तुगलकी फरमान वह हरगिज़ मानने वाले नहीं है। जिसका जल्द ही विरोध किया जाएगा।
रोष प्रकट करते हुए देवभूमि क्षेत्रीय संगठन के अध्यक्ष ने कहा कि पहले किसानों ने पेड़ काटने की अनुमति लेने के लिए टैक्स भरा जो भी शुल्क सरकार ने लगाया वह भी दिया गया। लेकिन जब उन्होंने पेड़ काट लिए तो उस पर बैन लगा दिया गया। जिसके चलते सूबे के करीबन एक लाख किसानों को भारी आर्थिक नुक्सान हुआ है। जो बेहद गलत है उन्होंने कहा कि किसान अपने खेतों में पेड़ों को कई दशकों तक सींचता लेकिन जब उसे काटने की बारी आती है तो सरकार उस पर रोक लगा देती है। ऐसे में तो अगर किसी की मृत्यु हो जाती है तो उसकी अंतिम क्रिया करने के लिए भी लड़की नहीं मिलेगी। जो बेहद गलत निर्णय है इस निर्णय को सरकार को तुरंत प्रभाव से वापिस लेना चाहिए।