सोलन से कैथलीघाट तक फोरलेन का सफर इन दिनों बेहद जोखिम भरा और खतरनाक हो गया है। जगह-जगह पहाड़ों से पत्थर गिर रहे हैं, जिससे वाहन चालकों की परेशानी बढ़ गई है। इस खतरे का मुख्य कारण फोरलेन निर्माण के लिए की जा रही ड्रिलिंग है, जिसके चलते पहाड़ियों से लगातार मलबा और बड़े-बड़े पत्थर सड़क पर गिर रहे हैं।
स्थिति इतनी गंभीर हो गई है कि जब पत्थर गिरने शुरू होते हैं, तो ट्रैफिक पूरी तरह रोक दिया जाता है। इसके चलते कंडाघाट से शिमला तक लंबा जाम लग रहा है, जिससे न केवल आम यात्रियों को परेशानी हो रही है, बल्कि आपातकालीन वाहनों की आवाजाही भी प्रभावित हो रही है।
स्थानीय वाहन चालकों का कहना है कि यदि ड्रिलिंग करनी ही है, तो पहले उस सड़क को पूरी तरह बंद किया जाए और वैकल्पिक मार्ग से यातायात को डायवर्ट किया जाए। लेकिन प्रशासन की ओर से ऐसा कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, जिसके चलते हर दिन हजारों लोग इस मुसीबत से जूझ रहे हैं।
लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द कोई सुरक्षित समाधान निकाला जाए, ताकि दुर्घटनाओं को रोका जा सके और यात्रियों की परेशानियां कम हों।