जिला लाहौल स्पीति में सितंबर में चल रहे पौषण माह में महिलाओं , बच्चों व किशोरियों के स्वास्थ्य में सुधार हेतु महिला एवं बाल विकास द्वारा जिला मे खण्ड स्तर व आंगनवाड़ी स्तर पर जागरुकता कार्यक्रमों व गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है।
केलांग मुख्यालय में आज डाइट चार्ट प्रिंटेड मग कुपोषित बच्चों के अभिभावकों को प्रदान करने के उद्देश्य से आयोजित बैठक में उपायुक्त राहुल कुमार ने बताया कि इस दिशा में अति कुपोषित बच्चों की वृद्धि निगरानी करने हेतु जिला कार्यक्रम अधिकारी के माध्यम से फ़ोर्टनाइट मॉनिटरिंग प्लान तैयार किया गया है।
लिहाजा पोषण माह अभियान के तहत अति कुपोषित बच्चों के अभिभावकों को बाल विकास परियोजना अधिकारी, वृत पर्यवेक्षकों व आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओ के माध्यम से एनआरसी अनुमोदित आहार चार्ट प्रदान किए जायेगें।
उन्होंने यह भी बताया कि डाइट चार्ट्स आईसीडीएस लाभार्थियों के साथ पहले ही शेयर किए जा चुके है।
इसके अतिरिक्त डाइट चार्ट प्रिंटेड मग (कप )भी कुपोषित बच्चों के अभिभावकों को दिए जायेगे ताकि मग का प्रयोग करते हुए बच्चों का डाइट प्लान अभिभावकों को स्मरण रहे।
डाइट चार्ट व मग प्रदान करने के साथ बच्चों के माता पिता व अभिभावकों के साथ परामर्श सत्र का आयोजन भी किया जाएगा।
मौके पर बच्चों की हाइट व वेट लेकर ग्रोथ स्टेटस माता पिता व अभिभावकों के साथ शेयर किया जाएगा तथा 15 दिनों तक डाइट प्लान का अनुसरण करने हेतु निर्देश दिए जायेगे।
उपायुक्त ने बताया कि 15 दिनों के अंतराल के पश्चात पर्यवेक्षक व आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के द्वारा पुनः बच्चों का हाइट व वेट लेकर ग्रोथ स्टेटस का आकलन किया जाएगा तथा तदानुसार आगामी योजना अमल में लाई जाएगी व डाइट चार्ट व प्रिंटेड मग कमजोर नवजात शिशुओ की माताओ को भी प्रदान किए जाये गें।
जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं विकास विभाग संजय डोगरा ने बताया कि
जिला में अति कुपोषण के शिकार 6 वर्ष की आयु तक के 17 बच्चे चिन्हित किए गए हैं। जिन्हें पोषण माह अभियान के तहत फ़ोर्टनाइट मॉनिटरिंग प्लान में शामिल गया है, जिसके अंतर्गत अति कुपोषित बच्चों के अभिभावकों को बाल विकास परियोजना अधिकारी, वृत पर्यवेक्षकों व आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओ के माध्यम से एनआरसी अनुमोदित आहार चार्ट प्रदान किए जा रहे हैं।