पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर

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मुख्यमंत्री बहुत तनाव में हैं इसलिए कर रहे हैं उल्टी सीधी बयानबाज़ी : जयराम ठाकुर
बीजेपी के प्रत्याशी को मुख्यमंत्री दे रहे हैं धमकी, हिमाचल की परंपरा के विपरीत कर रहे हैं काम
सनातन विरोधी मानसिकता से प्रेरित हैं मुख्यमंत्री, पहले भी हिंदुत्व को हराने की कर चुके हैं बात
मुख्यमंत्री हमसे आंकड़ा पूछने के बजाय यह बताए वह 43 से 34 कैसे हो गये
मुद्दों पर बात करें विक्रमादित्य, अपने काम बताएं, निजी टिप्पड़ी ठीक नहीं

हमीरपुर : नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि इस समय प्रदेश के जो राजनैतिक हालात है, कांग्रेस की जो स्थिति है, उसके कारण मुख्यमंत्री बहुत तनाव में हैं। उसी वजह से वह विचलित भी हैं। तभी उल्टी सीधी बयानबाज़ी कर रहे हैं। एक मुख्यमंत्री द्वारा किसी विपक्षी पार्टी के प्रत्याशी के प्रति हिंसा के लिए उकसाना, उन्हें खुली धमकी देना यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण हैं। चुनाव आयोग द्वारा उनके इस निंदनीय बयान का संज्ञान लिया गया। मुख्यमंत्री को इस तरह के अमर्यादित आचरण का नोटिस आना भी दुर्भाग्यपूर्ण हैं। जयराम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस सरकार पूरी तरह नाकाम है और जनविरोधी कामों को ही कर रही है। चुनाव में प्रदेश के लोग कांग्रेस को सबक़ सिखा देंगे। यह बातें उन्होंने हमीरपुर में पत्रकारों से बातचीत में कही।

जयराम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस हमेशा सनातन विरोधी रही है। हिमाचल के मुख्यमंत्री तो खुलेआम कई-कई बार कह चुके हैं कि उन्होंने हिमाचल में 97 प्रतिशत हिंदुत्व को हराया है। मुख्यमंत्री यह भूल गये हैं कि हिमाचल के लोगों ने कांग्रेस को वोट उनकी दस झूठी गारंटियों के नाम पर दिया था। जिसमें कांग्रेस के छोटे-बड़े नेताओं द्वारा पहली कैबिनेट में ही एक लाख युवाओं को नौकरी देने की क़समें खाई गई थी। हर विधान सभा क्षेत्र में एक हज़ार युवाओं को स्टार्टअप फण्ड देने के लिए कहा गया था। गाय का दूध 80 और भैंस का दूध 100 रुपए लीटर ख़रीदने के लिए कहा गया था। बागवानों द्वारा सेब के मूल्य ख़ुद तय करने के लिए कहा गया था। लेकिन उन गारंटियों की अब कोई बात ही नहीं करता है। यह कांग्रेस का आख़िरी झूठ साबित होगा। हाल में हुए तीन विधान सभा चुनावों में कांग्रेस की पूरी तरह से विदाई हो गई।

जयराम ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री हमारे आंकड़े पूछ रहे है लेकिन उन्हें यह बताना चाहिए कि वह 43 से 34 पर कैसे आ गये। आख़िर ऐसा क्या हुआ है कि उनकी पार्टी के लोकप्रिय नेताओं को पार्टी छोड़नी पड़ी। प्रदेश के जो भी हालत हैं उसके लिए सिर्फ़ और सिर्फ़ मुख्यमंत्री दोषी हैं। इसलिए उन्हें ख़ुद में झांकने की आवश्यकता है। उनकी पार्टी की अध्यक्ष कह रही है कि अगर मेरी बात सुनी गई होती और कांग्रेस के उन विधायकों को सिर्फ़ मान-सम्मान दिया गया होता तो आज यह स्थिति नहीं आती। इसलिए मुख्यमंत्री को किसी और को दोष देना बंद करना चाहिए।

पत्रकारों द्वारा विक्रमादित्य सिंह द्वारा भाजपा प्रत्याशी कंगना रनौत पर दिये बयान के सवाल में जवाब में नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि उन्हें मुद्दों पाए बात करनी चाहिए। अगर वह भाजपा के कैंडिडेट के ख़िलाफ़ मुद्दों पर बात करना चाहते हैं तो उनका स्वागत है। उन्हें यह बताना चाहिए कि पीडब्ल्यूडी मंत्री रहते हुए उन्होंने हिमाचल के विकास के लिए क्या किया। मंडी संसदीय क्षेत्र आपदा में सर्वाधिक प्रभावित रहा उसके लिए उन्होंने क्या काम किया। व्यक्तिगत टिप्पणी से किसी का भी भला नहीं होने वाला। क्योंकि इसका कोई अंत नहीं है। बात निकलेगी कोई भी नहीं बचेगा।